Barmer News: राजस्थान के बाड़मेर का एक शख्स गौमूत्र से करोड़पति बन गया है. उसके इस काम से बहुत सारे लोगों को रोजगार मिल गया. जानिए सफलता की यह कहानी.
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Barmer News: गौमूत्र का नाम सुनते ही बहुत सारे लोग मुंह बना लेते हैं लेकिन आज हम आपको गौमूत्र की एक ऐसी कहानी बताएंगे, जिससे राजस्थान का एक शख्स करोड़पति बन गया.
पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर का रहने वाला एक शख्स गौमूत्र से गौधन अर्क बना रहा है, जिसकी सालभर की टर्न ओवर करोड़ो रुपये है. यह सफलता की कहानी बाड़मेर के मांगीलाल बोथरा की है. मांगीलाल बोथरा जिले की दूर दराज की ढाणियों से गौमूत्र एकत्रित करते और इसे अर्क बनाते है. इसके बाद इसे देश के अलग अलग राज्यों में बेचते हैं.
4 रुपये प्रति लीटर बेचा जाता है गौमूत्र
बाड़मेर के मांगीलाल बोथरा ने 65 लाख की लागत से गौधन अर्क बनाने का प्लांट लगाया. वह बाड़मेर जिले के चौहटन, रामसर, गड़रारोड सहित बॉर्डर के पास के इलाकों से करीब 500 गायों का गौमूत्र एकत्रित करते है, जिसके लिए वह पशुपालकों को प्रति लीटर 4 रुपये गौमूत्र के दिए जाते है. इससे रोजाना 100 से अधिक पाशुपालको को रोजगार मिल रहा है और 12 लोग प्लांट में लगे हुए हैं.
पूरे देश में हो रही डिमांड
गौमूत्र को प्लांट में लाने के बाद इसमें वाष्पीकरण कर अर्क मिक्स किया जाता है, इससे गौधन अर्क बनता है. यहां लगे प्लांट से रोज 1500 लीटर गौधन अर्क बनता है, जिसकी राजस्थान के साथ उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, हरियाणा सहित एक दर्जन से ज्यादा राज्यों में डिमांड है.
125 लोगों को मिला रोजगार
मांगीलाल बोथरा का कहना है कि एक साल में वह 36 से 40 टन गौधन अर्क बना लेते हैं, जिसकी सालाना एक करोड़ रुपये का टर्न ओवर है. इस प्लांट से करीब 125 लोगों को रोजगार मिला हुआ है. गौमूत्र से तैयार गौधन अर्क की डिमांड कई कंपनियां कर रही हैं.
'अमृत' है गौमूत्र
गाय से दूध से कई सारी बीमारियां दूर होती हैं. वहीं, गौमूत्र कैंसर सहित 108 बीमारियों के लिए गुणकारी है. गाय से दूध और गौमूत्र का इस्तेमाल पूजा-पाठ में भी काफी शुद्ध माना जाता है. गौमूत्र से बने गौधन अर्क की कीमत दूध से कहीं अधिक है. गौधन अर्क की तासीर गर्म होती है, जिससे पाचन संबधित समस्याएं दूर होती हैं.
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