गर्मी के दिनों में कुछ मेवों का सेवन आपके शरीर के तापमान को बढ़ा सकता है. आयुर्वेद में भी यही सलाह दी जाती है कि गर्मियों में गर्म तासीर वाले मेवों से परहेज करना चाहिए.
खजूर में प्राकृतिक रूप से चीनी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को गर्म कर सकती है.
अंजीर में भी चीनी की मात्रा अधिक होती है और साथ ही इनका पाचन भी थोड़ा धीमा होता है, जिससे आपको गर्मी में पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
काजू भी गर्म तासीर वाला मेवा माना जाता है. इनका सेवन गर्मी में शरीर का तापमान बढ़ा सकता है.
पिस्ता भी गर्म तासीर वाला मेवा है. इसके सेवन से भी शरीर में गर्मी बढ़ सकती है.
अखरोट को सर्दियों में खाना ज्यादा फायदेमंद होता है. यह गर्म तासीर वाला मेवा है और गर्मी में इनका सेवन लू लगने का कारण बन सकता है.
चिरौंजी भी गर्म तासीर वाला मेवा माना जाता है. गर्मी के दिनों में इसका सेवन कम ही करना चाहिए.
मैकाडामिया नट्स वैसे तो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, लेकिन इनका सेवन भी गर्मी में कम ही करना चाहिए.
पेकान नट्स में वसा की मात्रा अधिक होती है, जो गर्मी में थकान और पेट की खराब समस्या को बढ़ा सकती है.
सूरजमुखी के बीजों में भी वसा की मात्रा अधिक होती है. गर्मी में इनका सेवन कम ही करना चाहिए.
हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि आप गर्मी में मेवों का सेवन बिल्कुल बंद कर दें. आप कुछ मेवों का सेवन कम मात्रा में कर सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.