भागदौड़ भरी लाइफ में अक्सर महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
इन्हीं समस्याओं में से एक सबसे बड़ी समस्या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन है. जिसे आम भाषा में यूरिन इंफेक्शन कहा जाता है.
मर्दों की तुलना में औरतों में यूरिन इंफेक्शन की समस्या ज्यादा देखी जाती है. हालांकि, ज्यादातर महिलाएं यूरिन इंफेक्शन के बारे में बात करने से संकोच करती हैं.
आइए जानते हैं, डॉक्टर अंजलि शर्मा से, जो स्त्री विशेषज्ञ हैं. आखिर किन महिलाओं को यूरिन इंफेक्शन की रोग होती है.
जिन महिलाओं में ब्लैडर स्टोन या किडनी स्टोन की समस्या होती है, उनमें बार-बार यूरिन इंफेक्शन होने की उम्मीद ज्यादा रहती है. ऐसे हालात में गंदा और इंफेक्टेड टॉयलेट यूज करने से बचना चाहिए.
मेनोपॉज के दौरान औरतों को बार-बार यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन यानी यूरिन इंफेक्शन होने की समस्या हो सकती है. क्योंकि मेनोपॉज के दौरन महिलाओं के शरीर में तेजी से हार्मोनल बदलाव होता है. इस दौरान औरतों के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी हो जाती है. जिससे बार-बार यूरिन इंफेक्शन का खतरा होता है.
जो महिलाएं ज्यादा टाइट अंडरवियर और कपड़े पहनती हैं, उन्हें भी यूरिन इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा होता है. यूरिन इंफेक्शन से बचने के लिए हमेशा ढीले और कॉटन के कपड़े पहनें.
जिन महिलाओं में हाई ब्लड शुगर की शिकायत होती है. उन्हें भी बार-बार यूरिन इंफेक्श हो सकता है. क्योंकि ब्लड शुगर हाई होने पर बार-बार पेशाब आता है. ऐसी हालात में ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता है, जिससे यूरिन इंफेक्शन की समस्या हो सकती है.
ऐसे में महिलाओं को पेशाब रोककर नहीं रखना चाहिए. अधिक समय तक पेशाब रोककर रखने से बैक्टीरिया पनपने की संभावना ज्यादा होती है. जिससे इस इंफेक्शन का खतरा रहता है.
इसके अलावा इस इंफेक्शन से बचने के लिए आपको रोजाना 8 से 10 गिलास पानी का सेवन करना चाहिए और महिलाओं को अपने प्राइवेट पार्ट की अच्छी तरह से सफाई रखनी चाहिए.
यह जानकारी स्त्री विशेषज्ञ डॉक्टर अंजलि शर्मा से बातचीत पर आधारित है. अगर आप किसी समस्या से जूझ रही हैं, तो सबसे पहले अपने डॉक्टर को दिखाएं.