India China: क्या भारत-चीन के बीच बन गई है सेना पीछे हटाने पर सहमति? 19वें दौर की बातचीत के बाद सामने आया ये बड़ा अपडेट
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India China: क्या भारत-चीन के बीच बन गई है सेना पीछे हटाने पर सहमति? 19वें दौर की बातचीत के बाद सामने आया ये बड़ा अपडेट

India China Latest Updates: पूर्वी लद्दाख में पिछले 3 साल से भारी हथियारों के साथ आमने सामने खड़ी भारत-चीन की सेनाओं में क्या हालात सामान्य बनाने के लिए सहमति बन गई है? दो दिनों तक चली सैन्य-राजनयिक बातचीत के बाद दोनों देशों ने इस संबंध में बयान जारी किया. 

India China: क्या भारत-चीन के बीच बन गई है सेना पीछे हटाने पर सहमति? 19वें दौर की बातचीत के बाद सामने आया ये बड़ा अपडेट

India China Latest News: भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गतिरोध के शेष मुद्दों को शीघ्रता से हल करने पर सहमत हुए हैं. दोनों पक्षों की ओर से दो दिवसीय सैन्य वार्ता समाप्त होने के बाद मंगलवार को एक संयुक्त बयान में यह जानकारी दी गई. बयान में कहा गया, 'दोनों पक्षों ने पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर शेष मुद्दों के समाधान पर सकारात्मक, रचनात्मक और गहन चर्चा की.' 

19वें दौर की बातचीत में भी नहीं निकला कोई हल

भारत-चीन (India China Latest News) कोर कमांडर-स्तरीय बैठक के 19वें दौर के बाद जारी बयान में किसी सकारात्मक सहमति का संकेत नहीं मिला. इस बातचीत में पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले शेष बिंदुओं पर सैनिकों की वापसी पर कोई सहमति नहीं बन पाई. यह पहली बार था कि लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद पर उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता दो दिन तक चली. जानकारों के मुताबिक दो दिनों के दौरान करीब 17 घंटे तक दोनों पक्षों में चर्चा हुई. यह वार्ता 13-14 अगस्त को भारतीय सीमा पर चुशुल-मोल्डो सीमा बैठक बिंदु पर आयोजित की गई थी. 

भारत-चीन आगे भी वार्ता करने पर हुए सहमत

भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, 'दोनों पक्षों के बीच पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी (LAC) पर शेष मुद्दों के समाधान पर सकारात्मक, रचनात्मक और गहन चर्चा हुई. नेतृत्व द्वारा दिए गए मार्गदर्शन के अनुरूप, उन्होंने खुले और दूरदर्शी तरीके से विचारों का आदान-प्रदान किया. वे शेष मुद्दों को शीघ्रता से हल करने तथा सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से संवाद और बातचीत की गति बनाए रखने पर सहमत हुए.' इस संबंध में दोनों देशों ने अपनी-अपनी राजधानियों में साझा बयान जारी कर सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने पर सहमति की बात कही. 

यह बातचीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहानिसबर्ग की यात्रा से एक सप्ताह पहले हुई है. यात्रा के दौरान वहां उनका चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से आमना-सामना होगा. 

दोनों पक्षों ने मिठाइयों का किया आदान-प्रदान

बैठक के दौरान भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) (Indian Army- PLA) ने भारत के स्वतंत्रता दिवस पर अनेक सीमा चौकियों पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे अवसर पर दोनों देशों की सेनाओं की ओर से मिठाइयों के आदान-प्रदान की परंपरा सालों से चली आ रही है.

देपसांग और डेमचोक पर अटकी हुई है वार्ता

भारतीय रक्षा जानकारों के मुताबिक बातचीत के दौरान भारतीय पक्ष ने चीनी सेना (Indian Army- PLA) से देपसांग और डेमचोक में लंबित मुद्दों को हल करने के लिए पुरजोर दबाव डाला. हालांकि इस मुद्दे पर चीनी पक्ष ने कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया. भारतीय और चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के कुछ बिंदुओं पर तीन साल से अधिक समय से टकराव की स्थिति में हैं. हालांकि दोनों पक्षों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी पूरी कर ली है. 

14वीं कोर के कमांडर ने किया भारत का नेतृत्व

इस वार्ता में भारतीय पक्ष (Indian Army) का नेतृत्व लेह में स्थित आर्मी की 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रशिम बाली ने किया, जबकि चीनी दल का नेतृत्व दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर ने किया. 18वें दौर की सैन्य वार्ता 23 अप्रैल को हुई थी जिसमें भारतीय पक्ष ने देपसांग और डेमचोक में लंबित मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने की वकालत की थी. 

(एजेंसी भाषा)

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