मुरारी बापू की कथा में काफी लोग आते हैं, उनकी कथा को लोग सुनना पसंद करते हैं, बापू के विचारों को काफी लोग फॅालो करते हैं. ऐसे में मुरारी बापू से जानिए कि प्रेम क्या है.
हाल में ही मुरारी बापू ने प्रेम क्या है इसे बताया है.
मुरारी बापू के अनुसार प्रेम अवाख्य है, इसकी व्याख्या नहीं की जा सकती.
प्रेम की कोई भाषा है या फिर कोई लिपि है तो वो आंसू है.
दुनिया में बस यही प्रेम है, प्रेम का कोई अर्थ नहीं है
प्रेम परमात्मा है इसे रूह से महसूस करो, प्रेम को प्रेम ही रहने दो. उसे कोई नाम न दो.
अक्सर देखा जाता है कि मुरारी बापू जी अपनी कथाओं में प्रेम को लेकर अपने विचार प्रकट करते हैं.
साथ ही साथ बापू अपनी कथाओं में शायरी, कविताएं भी सुनाते हैं.
जहां पर मुरारी बापू जी की कथा होती है वहां बापू की कथाओं को सुनने के लिए दूर- दराज से लोग आते हैं.