Mother's Day: पहली बार बनने जा रही हैं मां, तो डॉक्टर के इन हेल्थ टिप्स को न करें नजरअंदाज
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Mother's Day: पहली बार बनने जा रही हैं मां, तो डॉक्टर के इन हेल्थ टिप्स को न करें नजरअंदाज

International Mother's Day 2024: पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को प्रिनेटल केयर से लेकर कई चीजों को लेकर अनुभव की कमी होती है, इसलिए उन्हें हेल्थ से जुड़ी कुछ बातों को जानना बेहद जरूरी है.

Mother's Day: पहली बार बनने जा रही हैं मां, तो डॉक्टर के इन हेल्थ टिप्स को न करें नजरअंदाज

Health Check For First Time Mother: मां बनना किसी भी महिला की जिंदगी का एक अहम स्टेज है, इसके बाद आप लाइफ 360 डिग्री चेंज हो जाती है. मशहूर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका सुहाग (Dr. Priyanka Suhag) का कहना है, एक डॉक्टर होने के नाते, मैं फर्स्ट टाइम मदर की एक्साइटमेंट और नर्वसनेस को समझ सकती हूं, ये एक खूबसूरत सफर है, लेकिन साथ आपके लिए हेल्थ और वेल बीइंग को तरजीह देना भी जरूरी है. अगर आप पहली बार मां बनने जा रही हैं, तो इन बातों का ख्याल रखें.

मां बनने से पहले इन बातों का रखें ख्याल

1. डिलिवरी से पहले देखभाल (Prenatal Care)

मां की सेहत और बच्चे के विकास पर  नजर रखने के लिए प्रिनेटल चेक-अप्स काफी अहम है. इसके लिए फिजिकल चेक-अप, वेट चेक, प्रिनेटल टेस्ट से आप हेल्दी प्रेग्नेंसी सुनिश्चित कर सकते हैं.

2. न्यूट्रीशन (Nutrition)

प्रेग्नेंसी के दौरान वेल-बैलेंस्ड डाइट लेना जरूरी है, आप फोलिक एसिड, कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व को जरूर लें. डॉक्टर आपको प्रिनेटल विटामिंस लेने की सलाह दे सकते हैं.

3. एक्सरसाइज (Exercise) 

प्रेग्नेंसी के दौरान एक्टिव रहने से आप डिसकंफर्ट को कम और ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहतर कर सकती हैं, हालांकि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई एक्सरसाइज शुरू न करें, जिससे आप और बच्चा सेफ रहे.

4. स्क्रीनिंग टेस्ट (Screening Tests)

किसी भी संभावित स्वास्थ्य समस्या की जांच के लिए डॉक्टर प्रेग्नेंसी के दौरान अलग-अलग स्क्रीनिंग टेस्ट की सलाह देते हैं. इनमें ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड और जेनेटिक स्क्रीनिंग शामिल हो सकते हैं.

5. गेस्टेशन डायबिटीज स्क्रीनिंग (Gestational Diabetes Screening)

प्रेग्नेंसी के दौरान गेस्टेशन डायबिटीज डेवेलप हो सकता है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए बुरा है. इसके लिए डॉक्टर प्रेग्नेंसी के 24वें 28वें हफ्ते में ग्लूकोज स्क्रीनिंग टेस्ट करा सकते हैं.

6. ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग (Blood Pressure Monitoring)

प्रेग्नेंसी के दौरान हाई ब्लड प्रेशर प्रीक्लेम्पसिया जैसी कॉम्पलिकेशंस का कारण बन सकता है. इसलिए डॉक्टर हर विजिट के दौरान ब्लड प्रेशर चेक करते हैं.

7. ग्रुप बी स्ट्रेप टेस्ट (Group B Strep Test)

ग्रुप बी स्ट्रेप एक तरह का बैक्टीरिया है जो जो पैदाइश के वक्त मां से बच्चे में जा सकता है जिससे सीरियस इंफेक्शन हो सकता है. इसके लिए डॉक्टर तीसरे ट्राइमेस्टर के दौरान स्वाब टेस्ट करा सकते हैं.

8. फीटल मूवमेंट मॉनिटरिंग (Fetal Movement Monitoring)

प्रेग्नेंसी के दौरान बेबी के मूवमेंट पर नजर रखना होता है, जिससे पता चले कि बच्चे की गतिविधियों में कोई बदलाव तो नहीं. अगर फीटल मूवमेंट में कमी आ रही है तो ये बड़ी परेशानी का साइन है और इसे अच्छे तरीके से अड्रेस करना चाहिए.

9. इमोशनल हेल्थ (Emotional Health)

प्रेग्नेंसी के दौरान इमोशनल हेल्थ में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है, इसलिए आपको मानसिक स्वास्थ्य पर बेहतर बनाने के लिए हमेशा कोशिश करनी चाहिए. गर्भवती मां को किसी इमोशनल प्रॉब्लम होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.

10. चाइल्डबर्थ एजुकेशन क्लासेज (Childbirth Education Classes)

आप प्रेग्नेंसी के दौरान चाइल्डबर्थ एजुकेशन क्लास ज्वाइन करने की कोशिश करें क्योंकि ये आपको लेबर और डिलिवरी के लिए तैयार करता है. इससे मां बर्थ प्रॉसेस के लिए काफी कॉन्फिडेंट और इंफॉर्म्ड रहेंगी.

 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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