खाटू श्याम जी को भगवान श्री कृष्ण के द्वारा कलयुग में पूजे जाने का वरदान दिया था.
बाबा खाटू श्याम को महाभारत के समय बर्बरीक कहा जाता है.
भीम के पुत्र पांडुपुत्र और घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक थे.
वहीं कथाओं के अनुसार माने तो बर्बरीक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर थे.
ऐसा कहा जाता है कि बर्बरीक से सिर्फ तीन बाण कौरवों और पांडवों के लिए काफी थे.
महाभारत काल में श्री कृष्ण ने बर्बरीक से कहा था कि एक बाण से पेड़ के सभी पत्तों में छेद करके दिखाओं.
तब बर्बरीक ने श्री कृष्ण की आज्ञा मानकर तीर को वृक्ष की तरफ छोड़ दिया और तीर ने वृक्ष के सभी पत्तों में छेद कर दिया.
उस समय श्री कृष्ण ने एक पत्ते पर पैर रखकर छुपा लिया. लेकिन बर्बरीक के तीर ने उस पत्ते पर भी छेद कर दिया था.
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों और पौराणिक कथाओं पर आधारित है जी मीडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है.