स्वाति मालीवाल के सपोर्ट में उतरा मुस्लिम संगठन, कहा "हिजरत नहीं करते हैं..."
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स्वाति मालीवाल के सपोर्ट में उतरा मुस्लिम संगठन, कहा "हिजरत नहीं करते हैं..."

Muslim Organisation With Swati Maliwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री और स्वाति मालीवाल के दरमियान संघर्ष जारी है. इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच स्वाती मालीवाल के सपोर्ट में उतरा है. मुस्लिम संगठन का कहना है कि लोग झगड़ा करते हैं हिजरत नहीं करते.

स्वाति मालीवाल के सपोर्ट में उतरा मुस्लिम संगठन, कहा "हिजरत नहीं करते हैं..."

Muslim Organisation With Swati Maliwal: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक, मुख्य सरंक्षक और संघ के सीनियर नेता इंद्रेश कुमार ने स्वाति मालीवाल के सपोर्ट में बयान देते हुए लोगों से महिलाओं की इज्जत और खुद्दारी बढ़ाने वाली सरकार चुनने की अपील की है. मतदाता जागरूकता अभियान के दौरान संबोधन में इंद्रेश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के CM और आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल की तुलना करते हुए कहा कि एक तरफ ऐसा शख्स है, जो औरतों की इज्जत को बढ़ाने में लगा है, तो दूसरी तरफ ऐसा शख्स है, जो अपने ही दल की राज्यसभा सांसद को अपने घर बुलाकर बुरी तरह पिटवाता है.

पीएम मोदी की तारीफ
संघ नेता ने आगे कहा कि अब फैसला लोगों को करना है कि निर्भया जैसी घटना की निंदा करनी है या उसका महिमा मंडन करना है? उन्होंने कहा कि फर्क साफ है कि लोगों को कहां मतदान करना चाहिए. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने इसके साथ ही लोगों से संविधान की रक्षा और राष्ट्र निर्माण के लिए वोट करने की भी अपील करते हुए कहा कि मंच का मानना है कि देश में कट्टरता और हिंसा की कोई जगह नहीं है.

हिजरत नहीं करते
इंद्रेश कुमार ने हर वोट की अहमियत बताते हुए कहा कि हिंदुस्तान दुनिया का सबसे बड़ा प्रजातांत्रिक देश है और डेमोक्रेसी में हर किसी को एक बराबर ताकत दी गई है, जो इसका उपयोग करता है, वह खुशनसीब है और जो नहीं करता है वह बदनसीब है. उन्होंने हजरत मोहम्मद और भगवान श्री कृष्ण का जिक्र करते हुए कहा कि जंग इलाज नहीं बर्बादी है, इसलिए कभी-कभी हिजरत करना बेहतर होता है. इस वक्त दुनिया का एक बड़ा हिस्सा आपस में लड़ाई कर रहा है. लड़ने वालों में एक धर्म के लोग दूसरे धर्म से लड़ रहे हैं. कोई हिजरत नहीं कर रहा है, न पीछे हट रहा है. ऐसे में तालीम, तरक्की, इंसानियत और विकास कैसे हो सकता है?

महंगाई के साथ तरक्की
महंगाई के बारे में बोलते हुए संघ नेता ने कहा कि वो मानते हैं कि एक वक्त था जब बहुत सस्ता सामान मिला करता था और आज महंगाई बढ़ी है, लेकिन, लोगों को यह भी देखना चाहिए कि आज लोगों की परचेजिंग कैपेसिटी बढ़ी हुई है. आमदनी बढ़ी है तभी तो परचेजिंग कैपेसिटी की क्षमता में भी बढ़ोतरी हुई है. यही कारण है कि आज 24 घंटे बिजली है, हर जगह पक्की सड़कें हैं, इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ा है, रेलवे ही नहीं हवाई मार्गों में भी अत्यधिक इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य और शिक्षा में गुणवत्ता आई है। अब फैसला लोगों को करना है कि उन्हें तरक्की वाली आज की हुकूमत को चुनना है या पुरानी पगडंडी वाली पिछड़ी सरकार चाहिए? उन्हें देश को दंगा मुक्त बनाना है या दंगा युक्त देश बनाना है?

मुसलमानों को विकास
कार्यक्रम में बोलते हुए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेताओं ने मोदी सरकार की कामयाबी के बारे में बताते हुए कहा कि एक वक्त था जब मुसलमानों को हौव्वा दिखाया जाता था कि एक खास दल भाजपा को वोट नहीं देना है क्योंकि अगर उस दल की सरकार बनी तो मुसलमान नेस्तनाबूद हो जाएंगे. लेकिन, यह डर सरासर गलत और भ्रामक साबित हो गया है क्योंकि देश ने देख लिया है कि भाजपा सरकार में देश और मुसलमानों का चौतरफा विकास हुआ है.

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