Goldy Brar Terrorist: कौन है गैंगस्टर गोल्डी बराड़? जिसे भारत सरकार ने किया आतंकी घोषित
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Goldy Brar Terrorist: कौन है गैंगस्टर गोल्डी बराड़? जिसे भारत सरकार ने किया आतंकी घोषित

Goldy Brar Latest Update: गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को आतंकी घोषित कर दिया है. इससे पहले लखबीर सिंह लंडा को भी केंद्र सरकार आतंकी घोषित कर चुकी है. 

Goldy Brar Terrorist: कौन है गैंगस्टर गोल्डी बराड़? जिसे भारत सरकार ने किया आतंकी घोषित

Goldy Brar News: भारत सरकार द्वारा गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को आतंकवादी घोषित कर दिया गया है.  इससे पहले भारत सरकार द्वारा गोल्डी बराड़ की गिरफ्तारी को लेकर रेड कार्नर भी जारी किया गया था क्योंकि गोल्डी बराड द्वारा पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला के कत्ल की फेसबुक पर पोस्ट डालकर जिम्मेदारी ली गई थी, क्योंकि गैंगस्टर गोल्डी बराड़ गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है.

बता दें, इससे पहले लखबीर सिंह लंडा को भी केंद्र सरकार आतंकी घोषित कर चुकी है. ये दोनों कनाडा में छिपे हैं. पंजाब में रंगदारी और सीमा पार से हथियार और नशे की तस्करी में भी दोनों शामिल हैं. वहीं, भारत सरकार द्वारा आतंकवादी घोषित किए जाने के बाद सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह का बड़ा बयान सामने आया है. 

उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि उसे आतंकवादी घोषित किया है क्योंकि इससे पहले उसका रेड कॉर्नर जारी किया गया था, लेकिन मैं तो कहता कि यह कत्ल का मुख्य दोषी है. इसे इंडिया वापस लाया जाए फिर कत्ल केस का कुछ बन सकता है.  उन्होंने कहा कि अकेले सर्टिफिकेट जारी न किया जाए. इस पर कड़ी कार्यवाही कर इसे वापस लाया जाए. 

उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा बोल दिया गया था कि गोल्डी बराड़ को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन उसका आज तक कुछ पता नहीं चला.  जिसके कारण निराशा होती है.  उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ें समूह का काम है. अकेले गैंगस्टरों का काम नहीं है. इसमें कुछ और लोग भी शामिल है शायद इसीलिए सरकार आगे नहीं बढ़ाना चाहती है. 

कौन है गोल्डी बराड़ ? (Who is Goldy Brar)
जानकारी के लिए बता दें, गोल्डी बराड़ का असली नाम सतविंदर सिंह है.  गोल्डी बराड़ का जन्म 1994 में पंजाब के मुक्तसर साहिब जिले में हुआ.  गोल्डी बराड़ के पिता पंजाब पुलिस से रिटायर्ड उप निरीक्षक हैं.  सितंबर के महीने में गोल्डी बराड़ के ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी की थी. इसके साथ ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी गोल्डी से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है. 

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