Study: डिप्रेशन को कम करने में मदद कर सकती है खुशबू, रिसर्च में हुआ खुलासा

'NBC News' में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक जो लोग डिप्रेशन से पीड़ित होते हैं उनमें भूलने की समस्या भी काफी देखी जाती है. उन्हें कुछ चीजों को याद करने में परेशानी होती है.

Written by - Shruti Kaul | Last Updated : Feb 17, 2024, 05:38 PM IST
  • डिप्रेशन दूर करने में मदद करती है खुशबू
  • तनावग्रस्त लोगों को होती है भूलने की परेशानी
Study: डिप्रेशन को कम करने में मदद कर सकती है खुशबू, रिसर्च में हुआ खुलासा

नई दिल्ली: डिप्रेशन एक मानसिक समस्या है, जिसमें व्यक्ति हमेशा तनाव में रहता है. इस समस्या में व्यक्ति का किसी भी काम में मन नहीं लगता है. वैसे तो डिप्रेशन से उबरने के लिए साइकोलॉजिस्ट की मदद लेने की बात कही जाती है, लेकिन हाल ही में सामने आई एक स्टडी में बताया गया है कि किसी चीज की खुशबू भी आपको इससे उबरने में मदद कर सकती है. 

डिप्रेस्ड लोगों में होती है भूलने की आदत 
'NBC News' में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक जो लोग डिप्रेशन से पीड़ित होते हैं उनमें भूलने की समस्या भी काफी देखी जाती है. उन्हें कुछ चीजों को याद करने में परेशानी होती है. जैसे कि 'पार्टी' शब्द सुनने पर वे ये सोचते हैं कि उन्हें पार्टी में कोई नहीं बुलाता है. उसके मुकाबले अगर कोई नॉर्मल व्यक्ति इस शब्द को सुनता है तो वह पार्टी से जुड़ी अपने बचपन, जन्मदिन या अपने दोस्त के साथ बिताए कुछ पल को याद करता है. पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी में मनोचिकित्सा के एसोसिएट प्रोफेसर किम्बर्ली यंग का कहना है कि ऐसा नहीं है कि डिप्रेशन से ग्रसित लोगों के पास यादे नहीं होती हैं. बात ये हैं कि उनके पास इन यादों को पहुंचने में काफी परेशानी होती है. 

घटनाओं को याद दिलाने में मदद करती है खुशबू 
किम्बर्ली यंग और उनकी टीम की ओर से 'JAMA नेटवर्क ओपन जर्नल' में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक तनाव से पीड़ित लोग कुछ परिचित सुगंध के जरिए अपनी याद्दाश्त को वापस लाने में मदद कर सकते हैं. स्टडी के मुताबिक कुछ घटनाओं को याद करने के लिए खुशबू  ज्यादा असरदार साबित हो सकती है. 

खुशबू सूंघने से कम हो सकता है तनाव 
रिसर्च में डिप्रेशन से पीड़ित 32 व्यसकों को कांच के जार से 24 गंध के नमूने सूंघने के लिए कहा गया. इनमें  लैवेंडर, वेनिला अर्क, जीरा, व्हिस्की, संतरा, रेड वाइन, केचप, जूता पॉलिश, कफ सिरप और कीटाणुनाशक जैसे चीजों की सुगंध शामिल थी. प्रतिभागियों को इन्हें सूंघने के बाद प्रतिभागियों को इससे जुड़ी किसी मेमोरी को शेयर करने के लिए कहा गया. जिन प्रतिभागियों ने सुगंध को स्मेल किया उन्होंने इससे जुड़ी पॉजिटिव यादों को याद किया. भले ही उन्हें पॉजिटिव यादों को याद करने का निर्देश नहीं गया था. प्रोफेसर यंग ने ब्रेन स्कैनर के जरिए इसकी और भी ज्यादा स्टडी करने की बात कही है. ताकि यह पता लगाया जा सके खुशबू तनाव से ग्रसित लोगों के जीवन में क्या बदलाव लाती है.  

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