गाना-बजाना छोड़ इस स्टार सिंगर ने बदल लिया अपना धर्म, मस्जिद बनाने की सोची तो जिंदगी में आ गई आफत
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गाना-बजाना छोड़ इस स्टार सिंगर ने बदल लिया अपना धर्म, मस्जिद बनाने की सोची तो जिंदगी में आ गई आफत

South Korean YouTuber and former K-pop star Daud Kim: इस्लाम धर्म अपना चुके कोरिया के पूर्व पॉप स्टार दाऊद किम ने कभी सोचा नहीं होगा कि उन्हें यह दिन भी देखने को पड़ेगा. जब लोग उनका जमकर विरोध करेंगे. 

गाना-बजाना छोड़ इस स्टार सिंगर ने बदल लिया अपना धर्म, मस्जिद बनाने की सोची तो जिंदगी में आ गई आफत

K-pop star plans to build mosque: इस्लाम धर्म से प्रभावित होकर दक्षिण कोरिया के पूर्व पॉप स्टार किम जे ने अपना धर्म बदल लिया. इसके बाद उन्होंने कहा था कि उनका सपना है कि वह एक मस्‍जिद बनाएंगे. किम का सपना पूरा होने वाला ही था कि उनके सपनों पर पानी फिर गया. और वह अब कई सारी मुसीबतों में फंस चुके हैं. 

लोकल लोगों का‌ विरोध 
किम ने सियोल के इंचियोन इलाके में मस्जिद बनाने का प्लान बनाया था. लेकिन इससे पहले ही उनकी जिंदगी में आफत आनी शुरू हो गई. किम को स्थानीय लोगों का विरोध और धोखाधड़ी के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है. जिस जमीन के मालिक से उन्होंने लैंड खरीदने की डील की थी, उसने भी उस अनुबंध को तोड़ दिया है. उस मकान मालिक का कहना है कि मेरी इस जमीन पर मस्जिद बनाई जाएगी, इसकी मुझे जानकारी नहीं दी गई थी. इस वजह से दाऊद किम का मस्जिद बनाने का प्लान फिलहाल रुक गया है. 

जमीन मालिक ने अनुबंध तोड़ा 
कोरिया टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, लोगों के विरोध और हंगामे के बाद जमीन के मालिक ने कहा, मैंने रियल एस्टेट एजेंट से अनुबंध समाप्त करने के लिए कहा है, क्योंकि मुझे जमीन पर मस्जिद बनाने की जानकारी नहीं दी गई थी. 

मस्जिद बनाने का क्यों हो रहा विरोध
स्थानीय लोगों का कहना है कि मस्जिद का निर्माण ऐसी जगह किया जा रहा था, जहां स्कूल और आवासीय क्षेत्र थे. वहीं दूसरी तरफ इस मस्जिद को लेकर वहां के कुछ स्थानीय लोग इसलिए विरोध कर रहे हैं कि उन्हें डर है कि यहां पर मस्जिद बनने से उनकी प्रॉपर्टी की कीमत गिर जाएगी. द कोरिया हेराल्ड के अनुसार, किम की प्रस्तावित मस्जिद स्थल के पास गैर-मुस्लिम कोरियाई निवासी इस योजना के सख्त खिलाफ हैं.

अनुमति नहीं ली गई 
स्‍थानीय लोगों के विरोध के बीच प्रशासनिक बाधाओं में भी यह मामला फंस गया है, एक रिपोर्ट में कहा गया है कि धार्मिक सभा स्थल बनाने के लिए पूर्व-आवश्यक अनुमति नहीं ली गई थी. स्थानीय अधिकारियों का हवाला देते हुए, रिपोर्ट में कहा गया है कि परमिट से इनकार मस्जिद स्थल की ओर जाने वाली सड़कों की स्थिति के कारण किया गया था.

मस्‍जिद बनाने के लिए किम ने लिया दान
मस्‍जिद बनाने के लिए किम ने लोगों से खूब सारे पैसे दान में लिए थे. यह पहली बार नहीं है, जब किम मस्जिद के नाम पर चर्चा में आए हैं, इसके पहले भी वह मस्जिद निर्माण के नाम पर लोगों से पैसे ले चुके हैं. कोरियाई आउटलेट जेटीबीसी और कई इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने किम पर पिछली मस्जिद परियोजना से धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है.

पैसे गबन का आरोप 
इससे पहले, के-पॉप गायक कथित तौर पर व्यक्तिगत लाभ लेने का आरोप लग चुका है. 2020 में इस्लाम में अपने धर्म परिवर्तन का फायदा उठाने और अनधिकृत चैनलों के माध्यम से दान इकट्ठा करने के लिए आलोचनाओं के घेरे में पहले से ही वह हैं. 

पैसों में हेरी-फेरी
किम ने मस्जिद बनाने का प्लान सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था और दान के लिए अपने खाते का विवरण साझा किया था, जिस पर कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने कहा कि निजी खाते के माध्यम से एकत्र किए गए धन को दक्षिण कोरिया में सार्वजनिक पूजा स्थल के निर्माण के लिए अनुमति नहीं दी गई थी. कई उपयोगकर्ताओं ने दूसरों को किम दाउद को दान न देने के लिए सचेत किया.

अब जानें कौन हैं किम दाऊद
दक्षिण कोरियाई पॉप सिंगर और यूट्यूबर जे किम ने 2020 में इस्लाम धर्म अपना लिया था. जिसके बाद उन्होंने अपना नाम दाउद किम रखा था. किम ने एक यूट्यूब वीडियो के माध्यम से इस्लाम अपनाने की घोषणा की और तब से वह उमरा करने चले गए थे. किम के यूट्यूब पर 5.5 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं. किम ने हाल ही में दक्षिण कोरिया के इंचियोन शहर में एक मस्जिद बनाने का योजना की घोषणा की थी. दाउद किम की पत्नी मिया ने भी 2020 में उनके साथ ही धर्म परिवर्तन किया था. 

किम पर रेप का आरोप
वहीं, मीडिया रिपोर्ट की माने तो 2019 दाऊद पर कथित तौर पर एक विदेशी महिला के साथ बलात्कार के प्रयास के लिए मुकदमा चलाया गया था. पीड़ित महिला का वह वीडियो भी वायरल हुआ था. जो अब मस्जिद बनाने के प्लान के साथ ही फिर वायरल हो रहा है.  किम ने यह समझाने की कोशिश की कि पीड़िता से माफी मांगने के बाद केस बंद कर दिया गया और अभियोग निलंबित कर दिया गया, लेकिन इसके बाद विरोध बढ़ता गया और अंत में जमीन की डील भी कैंसल हो गई. और इस तरह किम दाऊद का मस्जिद बनाने का सपना टूट गया. 

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