Israel-Iran Tension News: इजरायल पर ईरान के हमले के बाद से पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ता जा रहा है. ईरान और इजरायल दोनों ही सख्त रुख अपनाये हुए हैं. इजरायल ने अब ईरान को कमजोर करने का नया प्लान तैयार किया है.
Trending Photos
Israel-Iran Tension News: इजरायल पर ईरान के हमले के बाद से पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ता जा रहा है. ईरान और इजरायल दोनों ही सख्त रुख अपनाये हुए हैं. इजरायल ने अब ईरान को कमजोर करने का नया प्लान तैयार किया है. आने वाले दिनों में ईरान को इजरायल के डिप्लोमैटिक अटैक का सामना करना पड़ेगा. इजरायल ने ईरान को सबक सिखाने के लिए 32 देशों को लेटर लिखा है. इजरायल के विदेश मंत्री ने 32 देशों को पत्र लिखकर ईरान पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है.
इजरायल ने 32 देशों को लिखा पत्र
इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने मंगलवार (16 अप्रैल) को एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए खुलासा किया कि उन्होंने 32 देशों को पत्र भेजकर ईरान के मिसाइल कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है. मंत्री ने मध्य पूर्वी देश के इजरायल पर पहले सीधे हमले के बाद राष्ट्रों से ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को एक आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित करने का भी आग्रह किया है.
ईरान की कमर तोड़ने की तैयारी
इजरायली नेता ने कहा कि मिसाइलों और ड्रोनों की गोलीबारी पर सैन्य प्रतिक्रिया के साथ-साथ, मैं ईरान के खिलाफ एक राजनयिक हमले का नेतृत्व कर रहा हूं. 32 देशों को पत्र भेजे हैं और दुनिया भर के दर्जनों विदेश मंत्रियों और प्रमुख हस्तियों से बात की है. सभी से यह मांग की गई है कि ईरानी मिसाइल परियोजना पर प्रतिबंध लगाए जाएं और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को एक आतंकवादी संगठन घोषित किया जाए.
ईरान को अब रोका जाना चाहिए..
उन्होंने जोर देकर कहा कि ईरान को अब रोका जाना चाहिए.. इससे पहले कि बहुत देर हो जाए. ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के अनुसार सात प्रमुख लोकतंत्रों का समूह (जी7) पहले से ही ईरान के खिलाफ समन्वित उपायों के पैकेज पर काम कर रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल ने कसम खाई है कि वह रविवार (14 अप्रैल) को हुए ईरानी हमले का जवाब देगा. हमले में 300 से अधिक मिसाइलें और ड्रोन शामिल थे.
हवाई यात्रा प्रभावित
बता दें कि इजरायल पर ईरान के हमले ने हवाई यात्रा को बाधित कर दिया है. कम से कम एक दर्जन एयरलाइनों ने उड़ानें रद्द कर दी हैं या उनका मार्ग बदल दिया है. यूरोप के विमानन नियामक ने भी इस सलाह की पुष्टि की है कि एयरलाइंस को इजरायली और ईरानी हवाई क्षेत्र में सावधानी बरतनी चाहिए.