Space Debris Real Photo: जापानी कंपनी के सैटेलाइट ने अंतरिक्ष में मलबे का पहला फोटो जारी किया है. यह अंतरिक्ष में अपनी तरह का पहला फोटो-ऑप था.
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Space Debris Real Image: अक्टूबर 1957 में पहली बार इंसान ने अंतरिक्ष में सैटेलाइट भेजा था. उसी के साथ अंतरिक्ष में मलबा जमा होने का दौर शुरू हुआ. अगले कुछ दशकों में, हजारों सैटेलाइट्स को पृथ्वी के ऑर्बिट में दाखिल कराया गया. इनमें से बहुत सारे अब बेकार हो गए हैं, कबाड़ हो चले हैं, मलबा बन गए हैं. नवंबर 2022 तक के डेटा के अनुसार, पृथ्वी की कक्षा में 25 हजार से ज्यादा आर्टिफिशियल ऑब्जेक्ट्स मौजूद हैं. इनमें से करीब साढ़े पांच हजार सैटेलाइट्स ऑपरेशनल हैं. यानी बाकी हमारे किसी काम के नहीं. अंतरिक्ष में मलबा न सिर्फ स्पेसक्राफ्ट्स के लिए बड़ा खतरा है. पिछले महीने तक अंतरिक्ष में मलबे का कोई फोटो उपलब्ध नहीं था, लेकिन अब है. जापान की एक प्राइवेट स्पेस कंपनी ने अंतरिक्ष में मलबे का क्लोज-अप फोटो खींचा है. AstroScale नाम की कंपनी ने मलबे की कक्षा के पास एक और सैटेलाइट तैनात किया. फिर उससे मलबे की फोटो खींची गई.
AstroScale ने 2009 में जापानी स्पेस एजेंसी JAXA के साथ मिलकर ADRAS-J (Active Debris Removal) मिशन लॉन्च किया था. मिशन का मकसद अंतरिक्ष में मलबे का मुआयना करना और खतरनाक मलबे को नष्ट करना है.
NEWS: Pics or it didn't happen. Behold, the world’s first image of space debris captured through rendezvous and proximity operations during our ADRAS-J mission. #ShowtheWayADRASJhttps://t.co/amnv7UIQka pic.twitter.com/CKalYTpTuJ
— Astroscale (@astroscale_HQ) April 26, 2024
यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) का अनुमान है कि पृथ्वी की कक्षा में मलबे के एक सेंटीमीटर से ज्यादा बड़े करीब 10 लाख टुकड़े मौजूद हैं. ये छोटे-छोटे टुकड़े भी किसी अंतरिक्ष यान को बेकार बना सकते हैं. अंतरिक्ष में मलबे की वजह से वर्तमान और भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों को खतरा पैदा हो गया है. स्पेस इंडस्ट्री इस मलबे को हटाने के तरीके खोज रही है. वर्तमान में, पृथ्वी की कक्षा में 9,900 टन से अधिक अंतरिक्ष कचरा भरा हुआ है. यह स्पेस कचरा नए लॉन्च किए गए उपग्रहों और अंतरिक्ष यान के लिए एक बारूदी सुरंग की तरह हैं.
मलबे का एक छोटा सा टुकड़ा भी अंतरिक्ष यान में छेद कर सकता है. अगर कोई टुकड़ा कक्षा से वापस गिरता है तो यह जमीन पर मौजूद लोगों के लिए खतरा भी बन सकता है. चिंता की बात यह है कि अंतरिक्ष में मलबा जितनी देर रहता है, उसकी संख्या बढ़ती चली जाती है. बेकार हो चुके सैटेलाइट्स और रॉकेट्स के टुकड़ों के बीच टक्कर आम है. इन टक्करों से कचरा छोटे-छोटे टुकड़ों में बिखर जाता है जिन्हें ट्रैक कर पाना बेहद मुश्किल है.