Adani Group: गिरावट के बाद संभली अडानी ग्रुप की कंपनियां, 13500 करोड़ रुपये बढ़ा M-Cap
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Adani Group: गिरावट के बाद संभली अडानी ग्रुप की कंपनियां, 13500 करोड़ रुपये बढ़ा M-Cap

Adani Group Share Price: अडानी ग्रुप (Adani Group) पर फिर से शेयरों में हेराफेरी करने के आरोप लगे हैं, जिसका ग्रुप ने पूरी तरह से खंडन किया है. गिरावट के बाद में ग्रुप के शेयरों फिलहाल संभल गए हैं. कंपनी का मार्केट कैप 13,500 करोड़ रुपये बढ़ गया है. 

 

Adani Group: गिरावट के बाद संभली अडानी ग्रुप की कंपनियां, 13500 करोड़ रुपये बढ़ा M-Cap

Gautam Adani News: अडानी ग्रुप (Adani Group) पर फिर से शेयरों में हेराफेरी करने के आरोप लगे हैं, जिसके बाद में कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. अडानी ग्रुप की तरफ से इन सभी आरोपों का खंडन किया गया है. इसके बाद में शेयरों में तेजी देखने को मिली है. शुक्रवार को कंपनी का मार्केट कैप 13,500 करोड़ रुपये बढ़ गया है. 

35,000 करोड़ की आई थी गिरावट

ओसीसीआरपी (OCCRP) के आरोप सामने आने के बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में 35,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की गिरावट आई थी. वहीं, शुक्रवार को कंपनी के शेयर संभल गए थे और कंपनी के मार्केट कैप में तेजी देखने को मिली थी. 

7 कंपनियों के शेयरों में रही तेजी

आपको बता दें ग्रुप की 10 में से 7 कंपनियां बढ़त के साथ बंद हुई. वहीं, 3 कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली. कारोबार के अंत में इन कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 13,542.32 करोड़ रुपये बढ़कर 10.62 लाख करोड़ रुपये हो गया.

ग्रुप के शेयरों में आई कितनी तेजी?

बीएसई में अडानी पावर में 2.77 फीसदी, अडानी ग्रीन एनर्जी में 2.32 फीसदी और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस में 1.62 फीसदी की बढ़त रही. ग्रुप की अग्रणी कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 1.29 फीसदी चढ़े. इसके अलावा अंबुजा सीमेंट्स, अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड एवं एनडीटीवी के शेयरों में भी बढ़त दर्ज की गई. हालांकि अडानी विल्मर, अडानी टोटल गैस और एसीसी में गिरावट का रुख रहा.

सेंसेक्स भी बढ़कर हुआ था बंद

बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 555.75 अंक यानी 0.86 फीसदी चढ़कर 65,387.16 अंक पर बंद हुआ.

OCCRP की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

ओसीसीआरपी (OCCRP) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों के भाव चढ़ाने के लिए विदेशों में बनाई गई फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल किया गया. इन फर्जी कंपनियों में पैसे लगाने वालों के साथ प्रवर्तक परिवार के करीबी रिश्ते होने के भी दावे किए गए हैं. हालांकि, अडानी समूह ने सभी आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि इसमें हिंडनबर्ग रिपोर्ट के दावों को नए सिरे से लगाया गया है.
(इनपुट - भाषा एजेंसी)

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