Gonda Lok Sabha Chunav 2024: क्‍या तीसरी बार गोंडा लोकसभा सीट पर बीजेपी का कायम रहेगा दबदबा? ये हैं समीकरण
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Gonda Lok Sabha Chunav 2024: क्‍या तीसरी बार गोंडा लोकसभा सीट पर बीजेपी का कायम रहेगा दबदबा? ये हैं समीकरण

Gonda Lok Sabha Chunav 2024:  रामनगरी अयोध्‍या से सटा गोंडा शहर लखनऊ से भी ज्‍यादा दूर नहीं है. गोंडा को राजा देवी बख्‍श सिंह ने बसाया था. गोंडा लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से अब तक हुए चुनावों में 8 बार कांग्रेस और पांच बार भाजपा ने जीत दर्ज की है. 

Gonda Lok Sabha Chunav 2024

Gonda Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में सरगर्मियां तेज हो गई हैं. यूपी की 80 लोकसभा सीटों को लेकर भी राजनीतिक पार्टियां उम्‍मीदवारों को लेकर मंथन में जुटी हैं. ऐसे में अवामी शायर अदम गोंडवी की धरती गोंडा का जिक्र होना जरूरी है. सियासत की दुनिया में गोंडा लोकसभा क्षेत्र का जब नाम आता है तो यहां मनकापुर राजघराने और मौजूदा भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का नाम भी सामने आ जाता है. तो आइये जानते हैं गोंडा लोकसभा सीट पर क्‍या भाजपा का दबदबा कायम रहेगा या सपा-कांग्रेस गठबंधन इसे कम करने में कामयाब हो पाएगी. 

बृजभूषण सिंह के चुनाव लड़ने पर लगाई जा रहीं अटकलें 
रामनगरी अयोध्‍या से सटा गोंडा शहर लखनऊ से भी ज्‍यादा दूर नहीं है. गोंडा को राजा देवी बख्‍श सिंह ने बसाया था. गोंडा लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से अब तक हुए चुनावों में 8 बार कांग्रेस और पांच बार भाजपा ने जीत दर्ज की है. इस बार यानी 2024 लोकसभा चुनाव में गोंडा का सियासी मिजाज बृजभूषण शरण सिंह पर निर्भर करेगा. सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं कि बृजभूषण शरण सिंह यहां से चुनाव लड़ सकते हैं. अब देखना है कि बृजभूषण शरण सिंह कैसरगंज से चुनाव लड़ेंगे या गोंडा से. 

जातीय समीकरण 
अगर गोंडा लोकसभा सीट पर जातीय समीकरणों की बात करें तो एक अनुमान के मुताबिक, यहां मुस्लिम मतदाता करीब 23 फीसदी हैं. वहीं, ब्राह्मण 21 फीसदी और क्षत्रिय 16 फीसदी हैं. ओबीसी 16 फीसदी, दलित 11 फीसदी और अन्‍य 13 फीसदी हैं. 

सपा ने श्रेया वर्मा को बनाया प्रत्‍याशी 
वहीं, समाजवादी पार्टी ने जाति-धर्म के आधार पर नए चेहरे पर दांव लगा दी है. सपा ने बेनी प्रसाद वर्मा की पोती श्रेया वर्मा को गोंडा लोकसभा चुनाव से प्रत्‍याशी बनाया है. गोंडा लोकसभा सीट पर मोदी+राम लहर का अच्छा खासा प्रभाव है. इस लहर में हिंदू वोटरों में सेंध लगाना उनके लिए मुश्किल भरा है. 

कब किसने मारी बाजी 
साल                                    सांसद                       पार्टी
1952                       शकुंतला नायर                  हिंदू महासभा
1957                      दिनेश प्रताप सिंह               कांग्रेस 
1962                       राम रतन गुप्ता                   कांग्रेस 
1967                        सुचेता कृपलानी                कांग्रेस 
1971                        कुंवर आनंद सिंह               कांग्रेस 
1977                         सत्यदेव सिंह                  जनता पार्टी 
1980                          आनंद सिंह                   कांग्रेस 
1984                          आनंद सिंह                     कांग्रेस  
1989                           आनंद सिंह                    कांग्रेस   
1991                       बृजभूषण शरण सिंह             भाजपा 
1996                       केतकी सिंह                      भाजपा 
1999                       कीर्तिवर्धन सिंह                   सपा 
2001                         बृजभूषण सिंह                   भाजपा 
2005                      कीर्तिवर्धन सिंह                    सपा 
2009                      बेनी प्रसाद वर्मा                    कांग्रेस 
2014                       कीर्तिवर्धन सिंह                    भाजपा 
2019                     कीर्तिवर्धन सिंह                       भाजपा 

 
 

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