DNA: नकली Airbag 'फैक्ट्री' पर RAID, दिल्ली में नकली Airbag बनाने वाली 'असली फैक्ट्री'
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DNA: नकली Airbag 'फैक्ट्री' पर RAID, दिल्ली में नकली Airbag बनाने वाली 'असली फैक्ट्री'

Fake Airbags: सोशल मीडिया पर इन दिनों दो वीडियो तेजी से देखे जा रहे हैं. ये दोनों ही वीडियो आपकी सुरक्षा से कनेक्शन रखते हैं. पहला वीडियो नोएडा का है. जहां एक तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकराकर हादसे का शिकार हो गई.

DNA: नकली Airbag 'फैक्ट्री' पर RAID, दिल्ली में नकली Airbag बनाने वाली 'असली फैक्ट्री'

Fake Airbags: सोशल मीडिया पर इन दिनों दो वीडियो तेजी से देखे जा रहे हैं. ये दोनों ही वीडियो आपकी सुरक्षा से कनेक्शन रखते हैं. पहला वीडियो नोएडा का है. जहां एक तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकराकर हादसे का शिकार हो गई. डिवाइडर से टकराते ही कार के एअर बैग खुल गए, लेकिन इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. जिनका इलाज चल रहा है.

दूसरा वीडियो यूपी के हमीरपुर जिले का है. जहां बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर
एक तेज रफ्तार मर्सिडीज कार हादसे का शिकार हो गई. हादसे के वक्त कार की रफ्तार करीब 190 किलोमीटर प्रति घंटा थी. कार जबलपुर से दिल्ली जा रही थी, लेकिन अचानक कार का संतुलन बिगड़ा, और वो 25 फीट नीचे गड्ढे में जा गिरी. गनीमत रही कि कार के एयरबैग खुलने से, मर्सिडीज सवार चारों युवकों की जान बच गई.

इन दोनों ही हादसों में कार के एअर बैग खुले. लेकिन नोएडा में हुए हादसे में एअर बैग खुलने के बाद भी 2 लोगों की जान चली गई. जबकि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में एअर बैग खुलने की वजह से 4 लोगों की जान बच गई. दोनों ही कारों में एअर बैग कंपनी फिटेड थे. इसीलिए हादसे के वक्त खुल गये. लेकिन जरा सोचिए... अगर आप पैसे बचाने के लिए एअर बैग बाहर से लगवाएं, यानि किसी लोकल मकैनिक या कार बाजार से लगवाएं, और वो एअर बैग नकली निकल जाए, तो फिर आपकी सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा.

ये सवाल हम यूं ही नहीं पूछ रहे... दिल्ली पुलिस ने नकली एयरबैग बनाने वाली दो फैक्टरियों का भंडाफोड़ किया है और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने करीब 1 करोड़ 84 लाख रुपये से ज्यादा (1,84,20,000 रुपये) कीमत के 921 नकली एयरबैग जब्त किए हैं. जब्त किए गए नकली एअर बैग में कई बड़ी कार कंपनियों के एअर बैग शामिल हैं. इनमें एमजी के 12 एयरबैग, बीएमडब्ल्यू के 13 एयरबैग, सिट्रोएन के 22 एयरबैग, निसान के 23 एयरबैग, रेनॉल्ट के 27 एयरबैग, वोक्सवैगन के 17 एयरबैग, महिंद्रा के 20 एयरबैग, टोयोटा के 14 एयरबैग, टाटा के 32 एयरबैग शामिल हैं.

इसके अलावा और भी कई बड़ी कार कंपनियों के फर्जी एअर बैग बरामद किए गये हैं. इस अवैध फैक्ट्री से नकली एअर बैग बनाने का सामान भी जब्त किया गया है. होंडा के 39 एयरबैग, स्कोडा के 57 एयरबैग, हुंडई के 66 एयरबैग, सुजुकी के 86 एयरबैग, केआईए के 12 एयरबैग, फोर्ड के 08 एयरबैग, वोल्वो के 03 एयरबैग, बिना लोगो के 15 एयरबैग, पैसेंजर साइड के 54 एयरबैग, 05 बैलून कपड़े , एयरबैग की 287 मोटरें और 109 अन्य कच्चे माल की वस्तुएं बरामद की गईं. आईपीसी की धारा 336/34 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है.

हैरान करने वाली बात ये है कि राजधानी दिल्ली में, इतने दिनों से नकली एअर बैग्स की फैक्ट्री चल रही थी, और अब तक किसी को इसकी भनक भी नहीं लगी. नकली एअर बैग बनाने की ये फैक्ट्री दिल्ली के माता सुंदरी रोड पर चल रही थी. यहां खुले आम लोगों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाली ये अवैध फैक्ट्री चलाई जा रही थी. दिल्ली पुलिस ने जांच में ये खुलासा किया है कि नकली एअर बैग बनाने का ये धंधा करीब 4 साल से चल रहा था. और इन नकली एअर बैग्स की सप्लाई देश के कई राज्यों में होती थी. पुलिस अब पकड़े गये आरोपियों से ये पूछताछ कर रही है, इस धंधे में और कितने लोग शामिल हैं. और इन फर्जी एअर बैग्स की सप्लाई कहां कहां की जाती थी.

अब सवाल ये है कि आखिर नकली एअर बैग बनाने वाली इस अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ कैसे हुआ. सोचिए देश की राजधानी दिल्ली में लोगों की सुरक्षा से खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा था. और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. अब तक ना जाने कितनी गाड़ियों में ये नकली एअर बैग फिट किये जा चुके होंगे. जिनका पता लगाना भी आसान नहीं होगा.

लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर भारत सरकार ने अब सभी कारों में 6 AIRBAGS COMPUSORY कर दिए हैं. लेकिन लोगों को खुद अपनी सुरक्षा की परवाह नहीं है. और चंद पैसे बचाने के लिए लोग बाहर से गाड़ियों में नकली एयरबैग लगवाते हैं. और अपनी जिंदगी खतरे में डालते हैं. इसीलिए कार में कभी भी बाहर से एअरबैग फिट मत कराइए, क्योंकि बाहर से लगने वाले वाले एअर बैग से सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है. हम आपको नकली एयरबैग से होने वाले खतरे के बारे में भी बताते हैं.

नकली एयरबैग ठीक से काम नहीं करते. ऐसे एयरबैग अक्सर घटिया सामग्री से तैयार किये जाते हैं. और सुरक्षा मानकों को भी पूरा नहीं करते. नतीजा ये होता है कि हादसे के वक्त नकली एयरबैग समय पर काम ही नहीं करते, हादसे के वक्त या तो बहुत देर से, या बहुत जल्दी खुल जाते हैं. जिससे गंभीर चोट आने और मौत का खतरा बढ़ जाता है. नकली एयरबैग अक्सर Make और Model की परवाह किए बिना बनाए जाते हैं. यानि नकली एयरबैग किसी भी कंपनी की कार में फिट किए जा सकते हैं, इन्हें किसी Specific कार को ध्यान में रखकर Design नहीं किया जाता. जिससे ये हादसे के वक्त Proper काम नहीं करते, और सुरक्षा का जोखिम बढ़ जाता है.

नकली एयरबैग अक्सर कानून द्वारा तय सुरक्षा मानकों का भी पालन करके नहीं बनाए जाते. एयर बैग के लिए जरूरी है कि इसमें heat shield हो, यानि वो फीचर जो एयरबैग को जलने से बचाता है. लेकिन नकली एयरबैग में
heat shield नहीं होता, जिससे आग लगने का खतरा बढ़ जाता है. नकली एयरबैग सुरक्षा के लिए खतरनाक है. नकली एयरबैग का उपयोग गैरकानूनी है और इसके लिए जुर्माना और सजा का प्रावधान भी है. लेकिन इसके बावजूद भी दिल्ली में नकली एयर बैग बनाने की फैक्ट्री चल रही थी.

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