West Delhi Seat: 12वीं पास महाबल मिश्रा ने ऐसे तय किया पार्षद से लेकर सांसद बनने तक का सफर, अब AAP के लिए चुनाव मैदान में उतरेंगे
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West Delhi Seat: 12वीं पास महाबल मिश्रा ने ऐसे तय किया पार्षद से लेकर सांसद बनने तक का सफर, अब AAP के लिए चुनाव मैदान में उतरेंगे

लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए आम आदमी पार्टी ( Aam Admi Party) ने वेस्ट दिल्ली (West Delhiw) से महाबल मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है. मूल रूप से मधुबनी (बिहार) में जन्मे महाबल मिश्रा पूर्वांचल समाज से जुड़े लोगों के बीच लोकप्रिय नेता हैं.

West Delhi Seat: 12वीं पास महाबल मिश्रा ने ऐसे तय किया पार्षद से लेकर सांसद बनने तक का सफर, अब AAP के लिए चुनाव मैदान में उतरेंगे

West Delhi Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए आम आदमी पार्टी ( Aam Admi Party) ने वेस्ट दिल्ली (West Delhiw) से महाबल मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है. मूल रूप से मधुबनी (बिहार) में जन्मे महाबल मिश्रा पूर्वांचल समाज से जुड़े लोगों के बीच लोकप्रिय नेता हैं. वह 2014 में कांग्रेस की टिकट से पश्चिमी दिल्ली से सांसद चुने गए थे, लेकिन इसके बाद के दो चुनाव में यह सीट बीजेपी के खाते में जुड़ गई. 2014 और 2019 में प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कांग्रेस के तत्कालीन उम्मीदवार महाबल मिश्रा को हराया था. 

इन दो चुनावों  से पहले कांग्रेस में रहते हुए 2009 में महाबल मिश्रा (Mahabal Mishra)  को वेस्ट दिल्ली में 54.32 फीसदी (479899) वोट मिले थे. इसके बाद 2014 में महाबल को 14.33 प्रतिशत (193266) वोट मिले थे. उस समय आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी जरनैल सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार के वोट बैंक को अपने खाते में खिसकाने का काम किया. इस चुनाव में 28.38% (382809) वोट पाकर वह दूसरे नंबर पर रहे थे. हालांकि पिछले लोकसभ चुनाव में महाबल मिश्रा ने फिर से अपनी मजबूत वापसी दर्ज कराई.

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2019 के चुनाव में उन्हें 19.92% यानी 287162 वोट मिले. वहीं आप उम्मीदवार बलवीर जाखड़ को 17.47% (251873 ) वोट मिले थे. हालांकि इस चुनाव में प्रवेश वर्मा (Parvesh Verma) दिल्ली के अब तक के इतिहास में सबसे बड़े मार्जन से जीते थे. उन्हें कुल 60.05% यानी 865648 वोट मिले थे. प्रवेश ने 578486 वोटों के अंतर से महाबल को चुनावी मैदान में शिकस्त दी थी. 

बतौर पार्षद मारी थी राजनीति में एंट्री 
महाबल मिश्रा ने अपना सियासी सफर दिल्ली निगम चुनाव से शुरू किया था. 1997 में डाबरी वार्ड से वह पार्षद चुने गए थे. इसके बाद 1998 के विधानसभा चुनाव में नसीरपुर क्षेत्र से विधायक बने. बाद के दो विधानसभा चुनावों में महाबल का जादू मतदाताओं के सिर पर चढ़कर बोला. 2003 और 2008 में नई दिल्ली की द्वारका सीट से चुनाव जीतकर महाबल विधानसभा पहुंचे. उनके बेटे विनय मिश्रा वर्तमान में द्वारका सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं और अब पिता लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं.

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ढाई दशक में ऐसी बढ़ती गई संपत्ति (Mahabal Mishra Property)
एडीआर (ADR) की रिपोर्ट के मुताबिक 12वीं पास महाबल मिश्रा के पास 45 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति हैं. 2008 में दिल्ली विधानसभा चुनाव के वक्त उन्होंने 3,98,77,650 करोड़ की संपत्ति की घोषणा की थी. इसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान उनके पास 6,19,94,338 करोड़ की संपत्ति थी, जो कि 2014 में बढ़कर 38,82,26,286 करोड़ हो गई थी. इसके बाद उन्होंने 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के वक्त महाबल ने 33,21,83,890 करोड़, जबकि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान दिए हलफनामे में उन्होंने 45,07,21,618 की संपत्ति होने का जिक्र किया था.

दरअसल 2012 में आम आदमी पार्टी की शुरुआत हुई थी. उसके बाद के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने सबसे ज्यादा कांग्रेस को नुकसान  पहुंचाया. ऐसे में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस में लंबे समय तक रह चुके महाबल मिश्रा के राजनीतिक अनुभव का लाभ इस चुनाव में लेना चाहेगी. चूंकि इस बार  INDI Alliance के तहत आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच दिल्ली की सात लोकसभा सीटों का बंटवारा हुआ है. ऐसे में वेस्ट दिल्ली से इस बार कांग्रेस अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. ऐसे में संभावना है कि कांग्रेस को मिलने वाले वोट आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को मिलेंगे. महाबल के बेटे विनय मिश्रा खुद वेस्ट दिल्ली संसदीय क्षेत्र में आने वाले द्वारका से विधायक है. इसका लाभ भी उन्हें मिलेगा. इसके अलावा आम आदमी पार्टी  फ्री बिजली, पानी, महिलाओं और किन्नरों को फ्री बस सेवा समेत कई जनकल्याणकारी योजनाओं को मतदाताओं के बीच कैश कराना चाहेगी. 

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