Haryana News: अब किसान अपनी मर्जी से ऑनलाइन बुक कर सकेंगे गन्ने की पर्ची, 'मेरी पर्ची-मेरी मर्जी' लागू
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Haryana News: अब किसान अपनी मर्जी से ऑनलाइन बुक कर सकेंगे गन्ने की पर्ची, 'मेरी पर्ची-मेरी मर्जी' लागू

Haryana News: मिल प्रबंधन की तरफ से गन्ना उत्पादकों की सुविधा के लिए 'मेरी पर्ची-मेरी मर्जी' सॉफ्टवेयर लागू कर दिया गया है. अब किसान अपनी मर्जी के हिसाब से अपने गन्ने के लिए पर्ची ऑनलाइन तरीके से खुद ही बुक कर पाएंगे. प्रणाली लागू होने से गन्ना उत्पादकों को समय की बचत हो पाएगी.

Haryana News: अब किसान अपनी मर्जी से ऑनलाइन बुक कर सकेंगे गन्ने की पर्ची, 'मेरी पर्ची-मेरी मर्जी' लागू

Haryana News: सोनीपत का सहकारिता चीनी मिल देशभर में अनोखी ख्याती पाने वाला मिल बन गया है. मिल प्रबंधन की तरफ से गन्ना उत्पादकों को बेहत्तर व आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है. मिल प्रबंधन की तरफ से गन्ना उत्पादकों की सुविधा के लिए 'मेरी पर्ची-मेरी मर्जी' सॉफ्टवेयर लागू कर दिया गया है. अब किसान अपनी मर्जी के हिसाब से अपने गन्ने के लिए पर्ची ऑनलाइन तरीके से खुद ही बुक कर पाएंगे.

प्रणाली लागू होने से गन्ना उत्पादकों को समय की बचत हो पाएगी. ऐसी प्रणाली लागू करने वाला सोनीपत चीनी मिल देश का पहला चीनी मिल है. चीनी मिल में गाना डालने वाले किसान ने बताया कि करीब 70 एकड़ के आसपास वह खेती गाने की करता है. चीनी मिल में वह डायरेक्टर के तौर पर भी कार्यरत रह चुका है. चीनी मिल द्वारा तैयार किए गए ऐप से किसानों को आधुनिक सुविधाएं मिली है.

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घर बैठे मेरी पर्ची मेरी मर्जी प्रणाली के तहत किसान अपने गाने को मिल में डालने पर कामयाब हो रहा है.  प्रणाली लागू होने से पहले किस को 12 से 15 घंटे का समय लगता था. अब इस प्रणाली के लागू होने के बाद किस का समय ढाई घंटे तक का रह गया है. सोनीपत चीनी मिल ने एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है, इस ऐप को आधुनिक बनाते हुए मेरी पर्ची मेरी मर्जी की सुविधा किसानों को दी गई है, जिसके अंतर्गत किसान अपनी गन्ने की पर्ची अपनी मर्जी से ऑनलाइन तरीके से बुक कर सकता है.

पहले किस करीब 30 किलोमीटर दूर से मिल में पर्ची देखने के लिए आता था. किसने की समस्या को देखते हुए मिल प्रबंधन की तरफ से इस सॉफ्टवेयर को तैयार किया गया है. इस सॉफ्टवेयर का ट्रायल सफल रहा था. इसे गन्ना उत्पादकों के लिए लागू कर दिया गया है. इससे किसानों को काफी फायदा पहुंचेगा. गन्ना उत्पादकों के लिए समय-समय पर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है.

(इनपुटः सुनिल कुमार)

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