Lok Sabha Election 2024: राजभर जेपी नड्डा से मिलकर बिहार के लिए बना रहे रणनीति, क्या बदल जाएंगे समीकरण?
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Lok Sabha Election 2024: राजभर जेपी नड्डा से मिलकर बिहार के लिए बना रहे रणनीति, क्या बदल जाएंगे समीकरण?

Lok Sabha Election 2024: नड्डा से मुलाकात के दौरान राजभर ने 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव को लेकर भी चर्चा की है. अगर राजभर को योगी सरकार में मंत्री नहीं बनाया जाता है तो वे स्वयं लोक सभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं.

ओम प्रकाश राजभर और जेपी नड्डा

Lok Sabha Election 2024: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने शुक्रवार को बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. योगी आदित्यनाथ सरकार में फिर से मंत्री बनने को लेकर लॉबिंग कर रहे ओम प्रकाश राजभर की जेपी नड्डा के साथ इस मुलाकात को उत्तर प्रदेश की राजनीति के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है. योगी सरकार में फिर से मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज राजभर अब 2024 में लोक सभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं. हालांकि ओम प्रकाश राजभर ने जेपी नड्डा के साथ मुलाकात की तस्वीरों को एक्स पर पोस्ट करते हुए स्वयं इस मुलाकात का एजेंडा भी बता दिया.

राजभर ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "आज नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से शिष्टाचार मुलाकात कर उत्तर प्रदेश और बिहार के राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा की. भर/राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल किये जाने के लिए प्रस्ताव यथाशीघ्र उत्तर प्रदेश सरकार से दिल्ली सरकार को रिपोर्ट मंगाने पर गंभीर चर्चा हुई."

हालांकि बताया जा रहा है कि नड्डा से मुलाकात के दौरान राजभर ने 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव को लेकर भी चर्चा की है. अगर राजभर को योगी सरकार में मंत्री नहीं बनाया जाता है तो वे स्वयं लोक सभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं और इस बार राजभर गठबंधन में बीजेपी से अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल की तुलना में ज्यादा सीटें भी मांग रहे हैं.

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बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2017 के विधान सभा चुनाव के दौरान ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा बीजेपी के साथ मिलकर लड़ी थी. एनडीए के सत्ता में आने के बाद राजभर को योगी सरकार में मंत्री के तौर पर भी शामिल किया गया था लेकिन 2019 के लोक सभा चुनाव के दौरान दोनों दलों के बीच खटास पैदा हो गई.
इसी वजह से चुनाव खत्म होते ही योगी आदित्यनाथ ने राजभर को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था.

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उसके बाद से ही राजभर ने प्रदेश में बीजेपी को हराने का अभियान छेड़ दिया था और 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वो अखिलेश यादव के गठबंधन में शामिल हो गए थे लेकिन नतीजा उनके पक्ष में नहीं आया. विधान सभा चुनाव में फिर से बीजेपी की जीत के बाद राजभर, अखिलेश यादव का साथ छोड़कर दोबारा से एनडीए गठबंधन में शामिल हो गए और तबसे ही वह लगातार योगी सरकार में मंत्री बनने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं.

इनपुट: IANS

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