Adani Invest in Bihar: अडानी का विरोध तो सिर्फ दिखावा था! देखिए कैसे अपनी ही धार को कुंद कर रहा है विपक्ष
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Adani Invest in Bihar: अडानी का विरोध तो सिर्फ दिखावा था! देखिए कैसे अपनी ही धार को कुंद कर रहा है विपक्ष

Adani Invest in Bihar: बिहार में अडानी ग्रुप के 8700 करोड़ रुपये के निवेश करने पर सग रहा है कि विपक्ष की ओर से अडानी का विरोध तो सिर्फ दिखावा था. अब बीजेपी ने बिहार सरकार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है. 

फाइल फोटो

Adani Invest in Bihar: देश के बड़े उद्योगपति गौतम अडानी पर पिछले कुछ वर्षों से विपक्ष लगातार हमलावर रहा है. विपक्षी नेता आरोप लगाते नहीं थकते कि केंद्र की मोदी सरकार का वजह से अडानी ग्रुप का कारोबार लगातार बढ़ते जा रहा है. इन नेताओं में कांग्रेस नेता राहुल गांधी सबसे आगे खड़े नजर आते रहे. संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष इस मामले में मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर रहा है. हालांकि विपक्ष के ये आरोप सिर्फ दिखावे के रूप में नजर आते हैं, क्योंकि विपक्षी राज्यों में भी अडानी को हाथों-हाथ लिया जाता है. 

दिलचस्प बात यह है कि सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बार-बार पीएम नरेंद्र मोदी और अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी के बीच संबंधों पर सवाल उठाया है. अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अडानी ग्रुप पर प्रेम छलक रहा है. अडानी ग्रुप बिहार में 8700 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करने वाला है. अडानी एंटरप्राइजेज के डायरेक्‍टर प्रणव अडानी ने खुद इसकी जानकारी दी. अब बीजेपी ने बिहार सरकार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है. बीजेपी ने कहा कि विपक्ष केवल लोगों को गुमराह कर रहा है. विपक्ष को बिहार के विकास की कोई परवाह नहीं है. 

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दूसरी ओर, राजद ने बिहार में अडानी समूह के निवेश का बचाव किया और दावा किया कि सरकार किसी भी राज्य में समूह के निवेश के विरोध में नहीं है, लेकिन अडानी समूह को पूरी तरह से मदद करने के लिए केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ है. आरजेडी ने कहा कि अगर सरकार किसी उद्योगपति को उसके गलत कामों के लिए बचाती है या गलत तरीके से मदद करती है तो विपक्ष का काम है सवाल उठाना. बिहार के अलावा तमिलनाडु, झारखंड और केरल में भी अडानी ग्रुप ने काफी निवेश कर रखा है. 

कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक में भी अडानी का निवेश है. कर्नाटक की कांग्रेस सरकार का कहना है कि राज्य सरकार अडानी ग्रुप के निवेश के खिलाफ नहीं है. अडानी ग्रुप का स्वागत है. जब कोई उद्योगपति उद्योग स्थापित करने के लिए आएगा, तो हम उनके प्रस्तावों पर विचार करेंगे. कांग्रेस सरकार के दौरान अडानी ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी काफी निवेश किया था. छत्तीसगढ़ में अडानी ने 25 हजार करोड़ रुपये का इन्वेस्ट किया था. इसमें कोल खदानें भी हैं. हसदेव अरण्य विवाद भी उसी का हिस्सा है.

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इसी तरह से राजस्थान में अडानी ने 65 हजार करोड़ के निवेश किया था. केरल में 7 हजार 400 करोड़ का इन्वेस्ट है. जिसमें विझिंजम बंदरगाह शामिल है. तमिलनाडु में 4 हजार 500 करोड़ का इन्वेस्ट है, जिसमें रामनाथपुरम सोलर प्लांट शामिल है. आंध्र प्रदेश की सरकार ने 60 हजार करोड़ का काम अडानी ग्रुप को दिया है. तो ओडिशा में 57 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट अडानी ग्रुप को सौंपे गए हैं. पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने अडानी को बंगाल में  35 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट दिए थे. हालांकि, बाद में ये प्रोजेक्ट रद्द हो गए.

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