Maharashtra Politics: 'मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा...', अजित पवार की मां ने पहली बार पब्लिक के सामने जाहिर की ख्‍वाहिश
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Maharashtra Politics: 'मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा...', अजित पवार की मां ने पहली बार पब्लिक के सामने जाहिर की ख्‍वाहिश

Asha Pawar Statement: अजित पवार (Ajit Pawar) की मां ने साफ कर दिया है कि उनकी इच्छा क्या है. शरद पवार से अजित की दूरियों के बाद पहली बार उनका बयान सामने आया है.द,

Maharashtra Politics: 'मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा...', अजित पवार की मां ने पहली बार पब्लिक के सामने जाहिर की ख्‍वाहिश

Ajit Pawar Mother Remarks: शरद पवार से बगावत के बाद पहली बार अजित पवार (Ajit Pawar) की मां ने कुछ कहा है. अजित पवार की मां आशा पवार (Asha Pawar) ने पहली बार अपनी इच्छा के बारे में दुनिया को बताया है. पंचायत चुनाव में वोट डालने के बाद एनसीपी में बगावत पर आशा पवार ने क्या कहा, ये जानना दिलचस्प है. क्योंकि आशा पवार का बयान शरद पवार और महाराष्ट्र की सरकार दोनों के लिए अहम हैं. आशा पवार ने कहा कि उनके बेटे को मुख्यमंत्री होना चाहिए.

अजित पवार की मां क्या चाहती हैं?

बता दें कि रविवार को महाराष्ट्र की 2,359 पंचायतों में वोट डाले गए. चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत के बाद यह पहला चुनाव है जब एनसीपी बीजेपी-शिवसेना के साथ मिलकर लड़ रही है. इस बीच, अजित पवार की मां आशा पवार भी अपने वोटिंग राइट्स का इस्तेमाल करने पोलिंग बूथ पर पहुंचीं. जैसे वो पोलिंग बूथ से निकलीं, मीडिया का जमावड़ा लग गया. उनसे पूछा गया कि आपकी क्या इच्छा है? आप क्या चाहती हैं?

'मेरा बेटा होना चाहिए सीएम'

इन सवालों के जवाब में अजित पवार की मां आशा पवार ने बताया कि उनकी इच्छा है कि उनका बेटा महाराष्ट्र का सीएम बने. बारामती में सभी लोग उसे प्यार करते हैं. सभी लोग उसकी बातें करते हैं. मां होने के नाते मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा मुख्यमंत्री बने. मेरी उम्र अभी 84 साल हो चुकी है. मैं चाहती हूं कि ये जिंदगी पूरी होने से पहले अजित पवार को अपनी आंखों से सीएम बनता हुआ देखूं. देखते हैं आगे क्या होता है.

अजित के सीएम बनने के कितने चांस हैं?

जब अजित पवार के सीएम बनने के चांस पर पूछा गया तो उनकी मां आशा पवार ने कहा कि बारामती के सभी लोग हमारे हैं. सभी उसको प्यार करते हैं. इसके अलावा मैं और क्या कह सकती हूं.

बता दें कि इसी साल 2 जुलाई को एनसीपी में टूट हो गई थी. जब अजित पवार और उनके समर्थक 8 विधायक एकनाथ शिंदे की सरकार में शामिल हो गए थे. जिसके बाद पार्टी के संस्थापक शरद पवार वाले गुट ने उनको अयोग्य ठहराने की मांग की थी. इसके लिए कोर्ट में याचिका दायर की थी.

(इनपुट- ANI)

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