धर्मेंद्र ने विलेन बनकर मचा दिया था कोहराम, हीरो भी हो गए थे फेल, सुपरहिट हुई थी फिल्म
Advertisement
trendingNow12010001

धर्मेंद्र ने विलेन बनकर मचा दिया था कोहराम, हीरो भी हो गए थे फेल, सुपरहिट हुई थी फिल्म

Dharmendra As A Villain: बॉलीवुड के 'हीमैन' धर्मेंद्र ने बड़े पर्दे पर गुंडे और विलेन की जमकर धुनाई की और दर्शकों की वाहवाही लूटी हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस अभिनेता ने नेगेटिव किरदार निभाकर भी फैन्स का दिल जीत लिया था. 1964 में आई एक फिल्म में धर्मेंद्र ने विलेन का रोल निभाया था और हीरो पर भारी पड़ गए थे. 

 

1964 में आई एक फिल्म में धर्मेंद्र ने विलेन का रोल निभाया था और हीरो पर भारी पड़ गए थे.

Dharmendra As A Villain In Ayee Milan Ki Bela: दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा के सबसे पसंदीदा अभिनेताओं में से एक हैं. उनके अभिनय कौशल और एक्शन सीन्स ने अक्सर दर्शकों को दीवाना बनाया है.अपने करियर में उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर हिट फिल्में दी हैं. बॉलीवुड के 'हीमैन' जब फिल्मों में गुंडों की पिटाई करते थे, फैन्स जमकर तालियां पीटते थे. लेकिन 1964 में एक ऐसी फिल्म आई थी, जिसमें धर्मेंद्र ही विलेन बने थे. हालांकि, विलेन के रूप में भी फैन्स ने खूब पसंद किया था.

1964 में आई यह फिल्म थी 'आई मिलन की बेला'. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी. यह धर्मेंद्र की बतौर विलेन डेब्यू फिल्म थी. इससे पहले धर्मेंद्र ने सिर्फ सकारात्मक भूमिकाएं ही बॉलीवुड में निभाई थीं.   

क्या थी फिल्म की कहानी
मोहन कुमार द्वारा निर्देशित फिल्म 'आई मिलन की बेला' दो सबसे अच्छे दोस्त श्याम (राजेंद्र कुमार) और रंजीत (धर्मेंद्र) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिन्हें एक ही लड़की (सायरा बानो) से प्यार हो जाता है. इससे दोनों के बीच गलतफहमी पैदा हो जाती.  श्याम पर दूसरी लड़की (शशिकला) को प्रेग्नेंट करने और चोरी का झूठा आरोप लगा दिया जाता है. सचिन भौमिक और सरशार सैलानी द्वारा लिखित इस फिल्म में राजेंद्र कुमार, सायरा बानो और धर्मेंद्र प्रमुख भूमिकाओं में हैं.

फिल्म के गाने आज भी किए जाते हैं पसंद
फिल्म में नासिर हुसैन, शशिकला जावलकर, सुलोचना लाटकर, सुंदर, मदन पुरी, मुमताज बेगम और कई अन्य कलाकार प्रमुख भूमिकाओं में हैं. जयकिशन दयाभाई पांचाल और शंकरसिंह रघुवंशी द्वारा रचित संगीत के साथ इस फिल्म की सिनेमैटोग्राफी वी बाबासाहेब ने संभाली थी. इसका निर्माण जे ओम प्रकाश ने किया था. इस फिल्म के सभी गाने काफी पॉपुलर रहे थे. 'तुमको हमारी उमर लग जाये', 'तुम कमसिन हो नादान हो', 'ओ सनम तेरे हो गये हम' जैसे गाने एवरग्रीन हैं.

 
 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by @old.is.gold.forever

विलेन के रूप में भी छाए धर्मेंद्र
धर्मेंद्र ने अपना एक्टिंग करियर 1960 में फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से शुरू किया था और बतौर सपोर्टिंग एक्टर अपनी शुरुआत की थी. 1964 में पहली बार धर्मेंद्र ने 'आई मिलन की बेला' में विलेन का किरदार निभाया था. यह फिल्म बड़ी हिट रही थी और धर्मेंद्र फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़े एक्टर के रूप में स्थापित हो गए थे. फिल्म की सफलता के बाद वह एक चर्चित अभिनेता बन गए. साल के अंत तक उन्हें लगभग सात बड़ी फिल्मों के प्रस्ताव भी मिल गए. धर्मेंद्र को शोले और यादों की बारात सहित अन्य ब्लॉकबस्टर फिल्मों के लिए जाना जाता है.

हीरो पर भारी पड़े विलेन धर्मेंद्र
'आई मिलन की बेला' में भले ही धर्मेंद्र ने विलेन का किरदार निभाया हो, लेकिन वह बड़े-बड़े एक्टर्स पर भारी पड़ गए थे. फिल्म के दूसरे हीरो राजेंद्र कुमार से ज्यादा फिल्म में धर्मेंद्र की सराहना की गई थी. विलेन का किरदार निभाने के बावजूद धर्मेंद्र को देखने के लिए सिनेमाघरों में फैन्स की भीड़ उमड़ी थी.

करियर की बेहतरीन फिल्मों में से एक
धर्मेंद्र के करियर में कई ब्लॉकबस्टर फिल्में शामिल हैं. हेमा मालिनी, वहीदा रहमान और शर्मिला टैगोर के साथ उनकी ऑन-स्क्रीन कैमिस्ट्री को काफी सराहा गया. लेकिन 'आई मिलन की बेला' उनके करियर की बेहतरीन फिल्मों में से एक मानी जाती है. उन्हें आखिरी बार 2023 में 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' फिल्म में देखा गया था.

Trending news