Raghav Lakhanpal: 'ज़ी न्यूज़' का लीडर सोशल स्कोर (LSS) बताता है कि कोई नेता सोशल मीडिया पर कैसा परफॉर्म कर रहा है. इस आर्टिकल में हम सहारनपुर के बीजेपी प्रत्याशी राघव लखनपाल का लीडर सोशल स्कोर जानेंगे.
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Raghav Lakhanpal: भारत में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी लगातार बढ़ रही है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों चुनाव जीतने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र में हर प्रत्याशी, नेता और जनता चुनाव प्रचार में बिजी हैं. सोशल मीडिया पर भी तमाम नेता जमकर प्रचार कर रहे हैं.
इसी बीच जी न्यूज ने नेताओं के सोशल मीडिया प्रोफाइल्स का आंकलन किया है. 'ज़ी न्यूज़' का लीडर सोशल स्कोर (LSS) बताता है कि कोई नेता सोशल मीडिया पर कैसा परफॉर्म कर रहा है. इस आर्टिकल में हम सहारनपुर के बीजेपी प्रत्याशी राघव लखनपाल का लीडर सोशल स्कोर जानेंगे.
कौन हैं राघव लखनपाल
सहारनपुर से बीजेपी प्रत्याशी राघव लखनपाल की गिनती पार्टी के पुराने नेताओं में होती है. 2014 में वह सहारनपुर लोकसभा सीट से जीतकर सांसद बने थे. तब उन्होंने इमरान मसूद को शिकस्त दी थी. लेकिन 2019 में सपा-बसपा गठबंधन के चलते उनको करीब 22 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा था.
पिता की मौत के बाद राजनीति में उतरे
पिता की असमय मृत्यु के बाद राघव राजनीति में आए थे और पिता की खाली हुई सरसावा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में वह पहली बार चुनावी राजनीति में उतरे थे. इस उपचुनाव में राघव ने शानदार जीत दर्ज की. लेकिन, साल 2002 में हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद राघव लखनपाल 2007 और 2012 में सहारनपुर शहर सीट से भाजपा के टिकट पर जीतकर विधायक बने. साल 2014 में भाजपा ने उन्हें अपना लोकसभा का उम्मीदवार बनाया और वह पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरे.
2014 के आम चुनाव में राघव ने कद्दावर मुस्लिम नेता इमरान मसूद को 60 हजार से ज्यादा वोटों से हराया. 2019 के आम चुनाव में एक बार फिर पार्टी ने उन्हें टिकट दिया, लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा. वह बसपा के हाजी फजलुर्रहमान से करीब 22 हजार मतों से चुनाव हार गए थे. इसके बाद पार्टी ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया. 2 दिसंबर 2017 को उन्होंने लोकसभा में जनसंख्या नियंत्रण कानून का ड्राफ्ट भी पेश किया.
राघव लखनपाल शर्मा का प्रोफाइल
क्या है सीट का इतिहास?
सहारनपुर सीट आजादी के बाद 1977 तक काग्रेस का गढ़ रही. इसके बाद 1996 तक यहां से जनता दल या जनता पार्टी का प्रत्याशी जीतता रहा. बीते चार चुनाव के आंकड़े को देखें तो 2004 में यहां से समाजवादी पार्टी के रशीद मसूद चुनाव जीते थे. 2009 में जनता ने बसपा के जगदीश राणा को जिताया. 2014 में यहां राघव लखनपाल ने कमल खिलाया था. जबकि 2019 में यह सीट बसपा के खाते में गई थी.
सोशल मीडिया
राघव लखनपाल राजनीतिक चर्चाओं के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने की कला में माहिर हैं. उनके X (पहले ट्विटर) पर करीब 29.9 हजार फॉलोवर्स हैं. उनके फेसबुक पर एक लाख 32 हजार फॉलोवर्स हैं. जबकि उनके इंस्टाग्राम पर 36.7 हजार फॉलोवर्स हैं.
डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.