बिजनेस को आगे बढ़ाने के फैसले के साथ लिम के पिता ने हर कदम पर यही सोचा कि उनकी बेटी आगे चलकर बिजनेस संभालेगी. इसी उम्मीद के साथ उन्होंने लिम को अपनी कंपनी में रिक्रूट किया. लेकिन लिम ने कुछ और ही करने की ठान रखी थी.
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Plastic Waste Business: दुष्यंत कुमार की लाइनें 'कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों...' तो आपने सुनी होंगी. लेकिन मलेशिया की रहने वाली एक युवती ने इसे हकीकत में बदल दिया है. आप अलग रास्ता चुनते हैं...तो उस पर सफर करना और सफलता हासिल करने के अहसास को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. कुछ ऐसी ही कहानी है...मलेशिया की रहने वाली 27 साल की अबे लिम की. दरअसल, एशियाई देशों में रहने वाले यूथ में फैमिली बिजनेस से अलग काम करने और अपनी पहचान बनाने का चलन तेजी से बढ़ा है.
लिम ने कुछ और ही करने की ठान रखी थी
अबे लिम ने भी उनमें से एक हैं. उन्होंने फैमिली से अलग रास्ता तय करने का फैसला किया. कम उम्र में ही स्कूल छोड़कर मैकेनिक के रूप में काम करना शुरू कर दिया. जबकि लिम के पिता का साबुन और बर्तन मांजने वाले लिक्विड बनाने का बड़ा कारोबार था. बिजनेस को आगे बढ़ाने के फैसले के साथ लिम के पिता ने हर कदम पर यही सोचा कि उनकी बेटी आगे चलकर बिजनेस संभालेगी. इसी उम्मीद के साथ उन्होंने लिम को अपनी कंपनी में रिक्रूट किया. लेकिन लिम ने कुछ और ही करने की ठान रखी थी.
प्लास्टिक वेस्ट से बॉयो फ्यूल तैयार करने का मकसद
पिता के साथ काम करने के दौरान लिम के दिमाग में कुछ अलग करने की उधेड़-बुन चल रही थी. उन्होंने अल जजीरा से बातचीत में बताया कि मैं कुछ अलग करना चाहती थी, लेकिन मेरे पापा का फोकस ज्यादा मुनाफे पर था. पैसे को तवज्जो देने की बजाय मेरा फोकस सोशल और एनवायरमेंटल चीजों पर ज्यादा था. इसी को ध्यान में रखकर लिम ने पिता की कंपनी में काम करने के दौरान प्लास्टिक वेस्ट से बॉयो फ्यूल तैयार करने के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट यूनिट की शुरुआत की.
अकेले आगे बढ़ने का फैसला किया
उनके पापा ने इस पर सहमति जता दी और इसमें निवेश कर दिया. लिम ने बताया इसे प्रैक्टिकली देखा तो यह आर्थिक रूप से पॉसिबल नहीं हो पा रहा था और उन्होंने इस पर आगे बढ़ने से इनकार कर दिया. इसके बाद लिम ने पापा की कंपनी छोड़कर अकेले आगे बढ़ने का फैसला किया. उन्होंने सबसे पहले यूज्ड फर्नीचर का का काम शुरू किया. यहां उनका मकसद चीजों को रीसाइकिलिंग को बढ़ावा देकर कचरे में कमी लाना था.
2021 में लिम ने पर्पस प्लास्टिक की शुरुआत की
लेकिन लिम को इसमें कामयाबी नहीं मिली. दरअसल, इस काम के लिए वहां मार्केट मैच्योर नहीं था. उन्होंने बताया एशियाई कल्चर में सेकंड हैंड फर्नीचर से जुड़े कई अंधविश्वास हैं. लोग मानते हैं कि पुराने फर्नीचर से 'भूत' जुड़े रहते हैं. वहां पुराने फर्नीचर को छोड़कर नए फर्नीचर को लेने पर यह माना जाता है कि इसे भूतों के कारण छोड़ दिया गया. साल 2021 में लिम ने पर्पस प्लास्टिक की शुरुआत की. यहां घर में यूज होने वाले प्लास्टिक के सामान को री-साइकिल कर अलग-अलग चीजें तैयार की जाती हैं.
उनकी कंपनी री-साइकिलिंग मैटेरियल से घर की सजावट का सामान, शतरंज और फर्नीचर आदि तैयार करती है. लिम ने बताया कि अब हम फायदे में हैं. हमें सबसे बड़ा ऑर्डर कॉर्पोरेट गिफ्ट से जुड़ा मिलता है. लिम ने बताया हमारा मकसद फायदे से ज्यादा एनवायरमेंट को होने वाले नुकसान से बचाना है. मुझे पूरी उम्मीद है कि एक दिन हमें इसमें बड़ी कामयाबी मिलेगी. आज उनका कारोबार शुरुआती स्तर पर अच्छा चल रहा है.