महाराष्ट्र का शनि शिंगणापुर गांव में घर, दुकान से लेकर बैंक तक में ताले नहीं लगाए जाते हैं. यहां तक कि कई घरों में तो दरवाजे ही नहीं हैं.
इसके बाद भी इस गांव में कभी चोरी नहीं होती है. माना जाता है कि इस गांव की रक्षा खुद शनि देव करते हैं.
इस गांव में शनि देव का काफी पुराना मंदिर है. यह मंदिर गांव में 300 साल पहले आई बाढ़ के बाद बनाया गया था.
इसके लिए गांव के मुखिया को सपने में शनि देव ने दर्शन दिए और बाढ़ में बहकर आई चट्टान को मंदिर बनाकर स्थापित करने के लिए कहा था.
तब से ही शनि देव इस गांव की रखवाली कर रहे हैं. गांव में स्थित बैंक के गेट पर भी ताला नहीं लगाया जाता है.
यहां के कई घरों में दरवाजे ही नहीं हैं, बल्कि चौखट पर केवल पर्दे ही डाले गए हैं.
मान्यता है कि इस गांव में चोरी करने वाले को शनि देव बख्शते नहीं है. इसलिए कोई भी चोर यहां चोरी करने की सोच भी नहीं पाता है.
दिन हो या रात 24 घंटे यहां के घर खुले ही रहते हैं. घर के अंदर पशु न घुसें इसके लिए दरवाजे पर डंडे लगा दिए जाते हैं.