महिलाओं में इमोशनल इंटेलिजेंस पुरुषों के मुकाबले में ज्यादा होता है.
महिलाएं बॉडी लैंग्वेज और फेशियल एक्सप्रेशन को पुरुषों के मुकाबले बेहतर तरीके से समझती हैं.
महिलाएं इंफॉर्मेशन को प्रोसेस करने, प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए पुरुषों से अलग दिमाग के दोनों हिस्सों का उपयोग करती हैं.
हार्मोनल चेंजेस और सोशल प्रेशर के कारण महिलाओं में एंग्जायटी और मूड स्विंग की समस्या पुरुषों से ज्यादा होती है.
पुरुषों की तुलना में महिलाओं के आंसू ज्यादा जल्दी निकलते हैं, क्योंकि इनके टियर डक्ट तुलनात्मक रूप से छोटे होते हैं.
महिलाओं की सेक्स ड्राइव पुरुषों से कई गुना ज्यादा होती है.
महिलाएं जब बहुत ज्यादा दुख, दर्द या गुस्से में होती हैं तो वह बिल्कुल शांत हो जाती हैं. या फिर बहुत कम बोलती हैं.
महिलाएं लुक्स से ज्यादा गुड सेंस ऑफ ह्यूमर वाले आदमियों को पसंद करती हैं.
पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा इमोशनल और बुरे सपने आते हैं.