बिहार का जिला भागलपुर दो बड़ी नदियों के तट पर स्थित है गंगा और कोसी नदी. जिला भागलपुर प्राचीन, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद ही महत्वपूर्ण जिला है.
श्रद्धालु बाबाधाम की कठिन यात्रा यहीं से शुरू करते है, जहां कांवरिया सबसे पहले बाबा अजगैबीनाथधाम मंदिर में पूजा अर्चना करते है और उसके बाद पवित्र गंगा नदी में स्नान कर जल उठाते हुए 104 किलोमीटर की देवघर यात्रा पैदल तय करते हैं.
भागलपुर का इतिहास काफी पुराना रहा है, झारखंड की सीमा से सटा जिला भागलपुर सूफी-संतों का शहर रहा है. विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना पालवंश के संस्थापक धर्मपाल के द्वारा की गई थी. जो की आज भी ज्ञान अर्जन का केन्द्र बिन्दु है.
भागलपुर एशिया का एकमात्र जिला है जहां गांगेय डॉल्फिन अभ्यारण है. यह भागलपुर का एक बेहद ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है. जहां देश-विदेश से लोग डॉल्फिन को गंगा नदी में देखने आते हैं. जिले के सुलतानगंज जहांगीरा से लेकर बट्टेश्वर स्थान तक के 60 किलोमीटर जल मार्ग में डॉल्फिन पाये जाते हैं.
भागलपुर को सिल्क नगरी के रूप में भी जाना जाता है. यहां का सिल्क देश से लेकर विदेश तक में मशहूर है, जिसका निर्यात विश्व भर में होता है. भागलपुर में कई तरह के सिल्क को तैयार किया जाता है.
भागलपुर न केवल सिल्क के लिए देश-विदेश में विख्यात है बल्कि ये अपने खुशबूदार, रसीले और स्वादिष्ट आमों के लिए भी काफी फेमस जगह है. यहां के कतरनी चावल और चुड़ा में विशेष तरह की खुशबू होती है, जिस कारण भारी मात्रा में इसका निर्यात यहां से होता है.
भागलपुर आज भी देश में ज्ञान अर्जन का एक बहुत बड़ा केन्द्र है. यहां बिहार- झारखंड के अलावा देश के अलग-अलग क्षेत्रों से छात्र ज्ञान प्राप्त करने आते है, दो-दो विश्वविद्यालय के साथ यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, लॉ कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज समेत कई व्यावसायिक पाठ्यक्रम है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्मार्ट सिटी योजना के लिए भागलपुर शहर ही ऐसा पहला शहर है जिसका चयन बिहार और झारखंड में सबसे पहले हुआ. ऊर्जा स्रोत के रूप में कहलगांव ही एक ऐसा गांव है जहां एनटीपीसी के द्वारा बिजली का उत्पादन होता है और देश में ये बेहद ही महत्वपूर्ण है.
प्राचीन समय में भागलपुर चंपानगर के नाम से जाना जाता था, जिसे अब हम स्मार्ट सिटी के नाम से भी जानते है. ऐसा इसलिए क्योंकि स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत भागलपुर समेत पटना और मुजफ्फरपुर के शहरी क्षेत्रों में 930 करोड़ रुपये की योजनाओं पर कार्य चल रहा है. इस योजना के अंतर्गत इन शहरों में तेजी से विकास कार्य किया जाएगा.