Sheohar Seat: शिवहर में 2 महिलाओं में टक्कर, एक के पति पूर्व IAS तो दूसरे के पति आईएएस के हत्यारे!
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Sheohar Seat: शिवहर में 2 महिलाओं में टक्कर, एक के पति पूर्व IAS तो दूसरे के पति आईएएस के हत्यारे!

Sheohar Lok Sabha Seat: जेडीयू उम्मीदवार लवली आनंद के पति IAS अफसर की हत्या में दोषी हैं तो रितु जायसवाल के पति IAS अफसर रहे हैं. रितु जायसवाल के चुनाव प्रचार में कई बार राजद में आंतरिक कलह देखने को मिल चुकी है. 

रितु जायसवाल बनाम लवली आनंद

Anand Lovely Vs Ritu Jaiswal: बिहार का सबसे छोटा जिला कहा जाने वाला शिवहर इस चुनाव में चर्चा का केंद्र बना हुआ है. पहले यह जिला मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी का हिस्सा रह चुका है. इस बार शिवहर लोकसभा सीट काफी चर्चा में है. बिहार की ये एकमात्र सीट है, जहां पर 2 महिला उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला है. एक ओर से पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद हैं तो दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल की प्रत्याशी रितु जायसवाल हैं. पिछली बार इस सीट से बीजेपी की रेणु देवी ने चुनाव जीता था, लेकिन इस एनडीए में यह सीट जेडीयू के खाते में गई. जेडीयू की टिकट पर लवली आनंद अपना भाग्य आजमा रही हैं. दोनों उम्मीदवारों में एक और बात कॉमन है IAS.

जेडीयू उम्मीदवार लवली आनंद के पति IAS अफसर की हत्या में दोषी हैं तो रितु जायसवाल के पति IAS अफसर रहे हैं. बता दें कि लवली आनंद के पति आनंद मोहन सिंह गोपालगंज के डीएम रहे जी. कृष्णैया की हत्या के मामले में 16 साल तक जेल में रहे हैं. चुनाव से ठीक पहले नीतीश सरकार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार ने जेल मैनुअल में संशोधन करके आनंद मोहन सिंह को रिहाई दी थी. इसे लेकर बिहार और उसके बाहर की सियासत में अच्छा-खासा शोर हुआ था. उधर महागठबंधन उम्मीदवार रितु जायसवाल के पति अरुण कुमार आईएएस अफसर रहे हैं. अरुण कुमार ने आईएएस सेवा से वीआरएस लेकर पंचायत का चुनाव लड़ा था और उन्हें चुनाव में जीत भी मिली थी.

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हालांकि, विपक्ष लगातार कह रहा है कि राजद प्रत्याशी के पति अरुण कुमार आईएएस नहीं हैं. इस पर रितु जायसवाल ने गोल-गोल जवाब दिया. रितु जायसवाल को लालू परिवार का बेहद भरोसेमंद माना जाता है. वह तेजस्वी यादव की युवा टीम की तेजतर्रार सदस्य हैं. जानकारी के मुताबिक, रितु वहां की सफल मुखिया रह चुकी हैं. राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने अपने विकास कार्यों से अपनी विशेष पहचान बनाई है. उनको कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं. 2020 में उन्होंने विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा था लेकिन सफलता नहीं मिली थी. 

 

 

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