CM Mohan Yadav Big Gift: मध्यप्रदेश की मोहन सरकार ने प्रदेशवासियों को बड़ा तोहफा दिया है. जिसके मुताबिक अब 1000 वर्ग फीट मकान के लिए परमिशन लेने की जरुरत नहीं है. यह सुविधा होने से भोपाल जैसे शहर में बिल्डिंग परमिशन शाखा का 90% काम खत्म हो जाएगा.
Trending Photos
CM Mohan Yadav Big Gift: अगर आप मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं, और आप खुद का घर बनाने का सपना देख रहे है, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल शहरी क्षेत्र में अपना आशियाना बनाने वालों के लिए मोहन सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है.अब आपका घर समय से पहले तैयार हो जाएगा, क्योंकि अब इसके लिए आपको सरकारी दफ्तरों में चक्कर काटने नहीं पड़ेंगे. इस भाग-दौड़ से छुटकारा मिल गया है. एमपी की मोहन सरकार ने इन नियम में बदलाव कर दिया है.
सरकार ने दिया बड़ा तोहफा
आम आदमी को अब नगर निगम, नगर पालिका और आर्किटेक्ट के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. सरकार ने घर बनाने वालों को बड़ी राहत दी है. अब 2000 वर्गफीट तक मकान बनाने के लिए बिल्डिंग परमिशन नहीं लेनी पड़ेगी. प्लॉट का मालिक अगर नगर निगम या नगर पालिका में शुल्क जमा कर तय हुए मापदंड के हिसाब के भवन बनाएंगे तो निगम से अनुमति नहीं लेगी होगी. शुल्क जमा करते ही परमिशन जारी हो जाएगी.
2000 वर्ग फीट के प्लाट मालिक यदि नगर निगम, नगर पालिका में आकर शुल्क जमा कर देगा और निर्धारित मापदंड के हिसाब से बनाएगा तो उसे भवन निर्माण की परमिशन नहीं लेनी होगी।#MadhyaPradesh pic.twitter.com/T77uGEl5Qc
— Kailash Vijayvargiya (Modi Ka Parivar) (@KailashOnline) March 17, 2024
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि अब प्रदेश में 1000 वर्ग फीट मकान के लिए परमिशन लेने की जरुरत नहीं है. बता दें कि यह सुविधा होने से भोपाल जैसे शहर में बिल्डिंग परमिशन शाखा का 90% काम खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा कि मोहन यादव सरकार के इस फैसले से मध्यमवर्गीय परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी. अब शुल्क, नक्शा, जमा करते ही परमिशन मिल जाएगी.
अवैध कॉलोनी काटने वालों पर एनएसए
गौरतलब है कि पिछली सरकार में कई अवैध कॉलोनियों को सरकार ने वैध करने की घोषणा की थी. लेकिन अब मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी नए सिरे से इसे निराकरण करने की तैयारी कर रही है. इन कॉलोनियों को वैध करने के बजाय नया कानून लाकर अवैध कॉलोनी काटने वालों पर रासुका (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी. नए कानून का मसौदा तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
रिपोर्ट- अजय दुबे