दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का कार्य काफी तेजी से चल रहा है. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इसे दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा.
वहीं लोग एक्सप्रेस-वे रफ्तार का मजा देने के साथ ही जंगल सफारी का भी मजा लें सकते हैं. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के गणेशपुर से देहरादून के आशारोड़ी तक का ज्यादातर हिस्सा राजाजी नेशनल पार्क की सीमा से होकर गुजरता है.
इसलिए इस हिस्से पर जंगली जानवरों की सुरक्षा को देखते हुए भी बरसाती नदी के ऊपर 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है. यह एशिया का सबसे बा वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर भी होने वाला है. इसका 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है और जुलाई के महीने में इसका संचालन शुरू हो जाएगा.
दिल्ली में पहले सेक्शन के अंदर 32 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे को तैयार किया जा रहा है, पहले चरण में यह अक्षरधाम से यूपी बॉर्डर तक साढ़े 15 किलोमीटर, वहीं दूसरे चरण में यह यूपी बॉर्डर से बागपत के मवीकला तक एक्सप्रेस-वे कॉरिडोर बन रहा है.
वहीं पहले चरण का काम 95 फीसदी पूरा हो चुका है. वहीं दूसरी चरण का 97 फीसदी काम पूरा हुआ है. जून के अंत तक इसको यातायात के लिए खोला जाएगा.
वहीं इसका निर्माण कार्य चार सेक्शन में बांटकर किया जा रहा है. पहला सेक्सन दिल्ली के अक्षरधाम से लेकर बागपत के मवीकला तक इसका निर्माण कार्य चल रहा है.
दूसरा सेक्शन बागपत से सहारनपुर तक का है. यहां पर नया एक्सप्रेस वे बनाया जा रहा है. इसका तकरीबन 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. तीसरा सेक्शन सहारनपुर से गणेशपुर तक है. यहां का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण पर चल रहा है.
चौथा और अंतिम सेक्शन गणेशपुर से आशारोड़ी तक का है. यहां भी काम लगभग पूरा किया जा चुका है.