इस शख्स के हाथ लगा अनिल अंबानी का 'खजाना', कर्ज के भंवर में फंसकर हुई थी दिवालिया
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इस शख्स के हाथ लगा अनिल अंबानी का 'खजाना', कर्ज के भंवर में फंसकर हुई थी दिवालिया

Anil Ambani Reliance Capital:   कभी दुनिया के छठे सबसे अमीर लोगों में शामिल अनिल अंबानी कर्ज के बोझ तले ऐसे दबे कि उनके हाथों से एक के बाद एक कंपनी निकलने लगी. जिस कंपनी ने उन्हें तगड़ा मुनाफा दिया, उन्हें दुनिया का सबसे अमीर शख्स बनाया, अब वो कंपनी भी उनके हाथों से निकलने जा रही है.

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Anil Ambani company:  कभी दुनिया के छठे सबसे अमीर लोगों में शामिल अनिल अंबानी (Anil Ambani) कर्ज के बोझ तले ऐसे दबे कि उनके हाथों से एक के बाद एक कंपनी निकलने लगी. जिस कंपनी ने उन्हें तगड़ा मुनाफा दिया, उन्हें दुनिया का छठा सबसे अमीर शख्स बनाया, शेयर बाजार की शान बना दी,  अब वो कंपनी भी उनके हाथों से निकलने जा रही है. अनिल अंबानी की ये कंपनी उनके लिए 'पारस का पत्थर' हुआ करती थी, लेकिन अब वो अनिल अंबानी के हाथों से निकलकर हिंदुजा ग्रुप की झोली में पहुंच गई है.  

कभी पारस का पत्थर हुआ करती थी ये कंपनी  

अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) की बिक्री का रास्ता साफ चुका है. इरडा से कंपनी की ब्रिकी को हरी झंडी दे दी है.  इनसॉल्वेंसी प्रोसेस से गुजर रही रिलायंस कैपिटल को हिंदुजा समूह की आईआईएचएल ने 9650 करोड़ रुपये की बोली लगाकर खरीद लिया है. 26 मई तक अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होगी.  रिलायंस कैपिटल जो कभी शेयर बाजार का शान हुआ करती थी, अब अनिल अंबानी के हाथों से निकलकर हिंदुजा समूह के हाथों में पहुंचने जा रही है.  

शेयर बाजार की शान 

एक वक्त था जब रिलायंस कैपिटल शेयर बाजार की शान हुआ करती थी. रिलायंस कैपिटल अनिल अंबानी को सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली कंपनी थी. इस कंपनी के तहत फाइनेंस और इंश्योरेंस से जुड़ी 20 से ज्यादा सर्विसेस दी जाती है. रिलायंस कैपिटल के तहत कंपनी लाइफ, जनरल इंश्यरेंस और हेल्थ इंश्‍योरेंस के अलावा कमर्शियल लोन, होम लोन, इक्विटी और कमोडिटी ब्रोकिंग जैसे सेक्टर में कंपनी का दबदबा था. साल 2008 में रिलायंस कैपिटल के शेयर प्राइस 2700 रुपये पर पहुंच गई थी. हालांकि कंपनी पर लगातार कर्ज का बोझ बढ़ता चला गया. 40 हजार करोड़ के कर्ज के बोझ से दबी कंपनी संभल न सकी. कर्ज बढ़ता चला गया और शेयर गिरते चले गए. 2008 की तुलना में कंपनी के शेयर 99 फीसदी तक गिर चुके हैं.  रिलायंस कैपिटल के ट्रेडिंग रोक दी गई. 26 फरवरी को अपने आखिरी ट्रेडिंग डे पर रिलायंस कैपिटल के शेयर 11.90 रुपये पर पहुंच गए थे.  आरबीआई ने 2011 में कंपनी के बोर्ड को भंग कर दिया था.  

कौन होगा रिलायंस कैपिटल का नया मालिक  

रिलायंस कैपिटल को हिंदुजा समूह के इंडसइंड इंटरनेशनल  होल्डिंग्स लिमिटेड ( IIHL) ने खरीदा है. इस कंपनी की कमान मौजूदा वक्त में अशोक पी हिंदुजा संभालते हैं.  भारत के पुराने कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखने वाले अशोक पी हिंदुजा ने बहुत कम उम्र में ही फैमिली बिजनेस संभाल लिया था. वो भारत में हिंदुजा समूह और उसके कारोबार की जिम्मेदारियां संभालते हैं.  वेस्टमिंस्टर यूनिवर्सिटी से कानून और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई करने वाले अशोक पी हिंदुजा भारत में हिंदुजा समूह के पूरे कारोबार को कंट्रोल करते हैं. फोर्ब्स के मुताबिक हिंदुजा परिवार की कुल नेटवर्थ 20 अरब डॉलर है. 

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